ज्योतिष में शुक्र ग्रह को प्रेम और भौतिक सुख का देवता माना गया है। अगर कोई व्यक्ति अपने जीवन में हर तरह का सुख पाना चाहता है तो उसे शुक्र ग्रह का ओपल रत्न पहनना चाहिए। ओपन बहुत ही खूबसूरत रत्न है और इस रत्न के माध्यम से धारणकर्ता का जीवन भी सुंदर हो जाता है।
ओपल के स्वामी ग्रह शुक्र को शुभ ग्रह माना गया है और यदि कोई व्यक्ति इस ग्रह का प्रसन्न कर ले तो उसे भौतिक, वैवाहिक एवं शारीरिक सुख मिलते हैं। शुक्र को भोग-विलास, प्रेम, कला, रोमांस, सौंदर्य, सुख का कारक माना गया है।
आर्थिक तंगी हो या फिर वैवाहिक जीवन में आ रही परेशानियां, ओपल हर तरह की मुश्किल को दूर कर जीवन को सुखमय बनाता है।
दूधिया पत्थर क्या होता है? – Opal stone name in Hindi
ओपल रत्न को ही हिंदी भाषा में दूधिया पत्थर कहा जाता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि यह दूध की तरह सफेद होता है। दूधिया पत्थर ओपल रत्न के फायदे जानने के लिए आगे पढ़ें।
ओपल रत्न के फायदे – Opal ratan ke fayde in Hindi
ओपल रत्न पहनने से धारणकर्ता के वैवाहिक संबंधों में सुधार आता है और उसकी लव लाइफ भी बेहतर होती है। इसे पहनने से व्यक्ति में प्रेम की भावना जागृत और मजबूत होती है।
- ऐसा माना जाता है कि शुक्र का ओपल स्टोन वैवाहिक जीवन में आ रही परेशानियों को दूर कर संबंधों में प्रेम को बढ़ाता है।
- कपड़ों, फैशन, ज्वेलरी, कलाकृतियों, महंगी कार आदि के व्यापार से जुड़े लोगों को ओपल जरूर पहनना चाहिए। इससे उनके व्यापार में वृद्धि होती है।
- संगीत, पेंटिंग, नृत्य और थिएटर जैसे कला के क्षेत्रों से जुड़े लोगों को भी ओपल स्टोन पहनने से दोगुना लाभ मिलता है।
- यह कीमती रत्न धारणकर्ता के आकर्षण, सौंदर्य, समृद्धि और प्रेम में बढ़ोत्तरी करता है।
- पति-पत्नी के इस रत्न को पहनने से आपसी समझ बढ़ती है और दोनों के बीच प्यार भी दिन-ब-दिन दोगुना होता चला जाता है।
- अगर किसी व्यक्ति के वैवाहिक जीवन में अनबन या परेशानियां चल रही हैं और वह अपने जीवनसाथी के साथ खुश नहीं है तो उसे भी ओपल धारण करना चाहिए। ओपल इस तरह की सभी समस्याओं को दूर कर रिश्ते में प्रेम को बढ़ाता है।
- ओपल पहनने वाले व्यक्ति को जीवनभर प्यार, खुशी और भाग्य का साथ मिलता है।
- जिन लोगों को लगातार बुरे सपने आते हैं और बार-बार नींद टूटती रहती है, उन्हें भी यह स्टोन पहनना चाहिए।
- इस स्टोन की मदद से व्यक्ति के सामाजिक संबंध मजबूत होते हैं।
- जो भी व्यक्ति इस स्टोन को पहनता है, उसके आकर्षण में वृद्धि होती है और लोग उससे आसानी से प्रभावित हो जाते हैं।
- यात्रा, आयात और निर्यात के क्षेत्र से जुड़े व्यापारियों के लिए ओपन स्टोन बहुत शुभ माना जाता है।
- एकाग्रता और मानसिक शांति पाने के लिए ओपल पहना जा सकता है।
- यह रत्न लोकप्रियता, सफलता और मान-सम्मान दिलाता है।
ओपल स्टोन के सेहत को फायदे – Opal stone benefits in Hindi
ओपल रत्न (Opal stone in Hindi) से व्यक्ति को न केवल ज्योतिषीय लाभ मिलते हैं बल्कि उसका स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है।
- इस स्टोन को पहनने से एंडोक्राइन सिस्टम को फायदा पहुंचता है और शरीर में हार्मोन के स्राव में संतुलन बना रहता है।
- ओपल स्टोन से मूत्राशय प्रणाली, खासतौर पर किडनी के कार्य में सुधार आता है।
- इस रत्न की सबसे बड़ी खासयित ये भी है कि इसे पहनने से धाारणकर्ता की यौन शक्ति बढ़ती है।
- नेत्र रोगों से भी यह रत्न राहत दिलाता है। खून और लाल रक्त कोशिकाओं से संबंधित विकारों को भी दूर करने में ओपन मदद करता है।
- इस स्टोन के प्रभाव से तनाव, आलस और उदासीनता दूर होती है एवं धारणकर्ता के विचारों में स्पष्टता आती है।
- इसे पहनने से मस्तिष्क की दाईं और बाईं तंत्रिकाओं के बीच संतुलन बना रहता है। यह रत्न सफेद रक्त कोशिकाओं को ऊर्जा देता है।
ओपल स्टोन कितने रत्ती का पहने – Opal ratna kitne ratti ka pehne
ओपल रत्न कितने रत्ती का पहनना चाहिए,ये जानने का सबसे आसान तरीका है कि आप अपने वजन को देखें। मान लीजिए आपका वजन 60 कि.ग्रा है, तो आपको 6 रत्ती को ओपल पहनने से लाभ होगा। शुक्र का रत्न होने के कारण दूधिया पत्थर को शुक्रवार के दिन पहना जाता है।
ओपल रत्न किस धातु में पहने – Opal ratna kis dhatu me pehne
दूधिया पत्थर को चांदी की धातु में पहनना सबसे अच्छा होता है। इसके अलावा आप इसे सोने और पंचधातु में भी पहन सकते हैं।
ओपल रत्न पहनने की विधि – Opal ratna dharan karne ki vidhi
चूंकि, दूधिया पत्थर शुक्र ग्रह का रत्न है इसलिए इसे शुक्रवार के दिन धारण करना चाहिए। शुक्ल पक्ष या किसी भी शुक्रवार की सुबह स्नान के बाद घर के पूजन स्थल में बैठ जाएं। एक तांबे का पात्र लें और उसमें कच्चा दूध या गंगाजल डालें। इसमें ओपल स्टोन को डुबो दें और 108 बार ‘ऊं शुक्राय नम:’ का जाप करें। जाप पूर्ण होने पर धूप-दीप दें और फिर इस रत्न को धारण कर लें।
ओपल स्टोन किसे पहनना चाहिए – Opal ratna kise pehnana chahiye in Hindi
जन्मकुंडली में शुक्र की निम्न स्थितियों में ओपल स्टोन पहनने की सलाह दी जाती है :
- यदि कुंडली में शुक्र अशुभ स्थान में बैठा या कमजोर है तो व्यक्ति को ओपल स्टोन पहनने की सलाह दी जाती है।
- जातक की कुंडली में शुक्र के प्रथम, दूसरे, सातवें, नौवें या दसवें भाव में होने पर ओपल पहना जाता है।
- मुकदमे या किसी तरह के कानूनी दांव-पेंच में फंसे व्यक्ति की भी ओपल मदद कर सकता है।
- अगर व्यक्ति खुद को परिस्थितियों में फंसा हुआ महसूस कर रहा है और उसे भविष्य की चिंता सता रही है तो ओपल स्टोन पहनने से उसे लाभ मिलेगा।
- शुक्र के इस रत्न की वृषभ और तुला राशि हैं एवं 21 अप्रैल से 20 मई के बीच पैदा हुए लोगों का यह भाग्य रत्न है।
- अगर आपका जन्म 21 सितंबर से 20 अक्टूबर के बीच हुआ है और आपका नाम ई, उ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो, रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते से है तो आप इस रत्न को पहन सकते हैं।
12 राशियों पर ओपल रत्न का प्रभाव – Opal stone ka 12 rashiyon par prabhav
मेष राशि के लिए ओपल स्टोन
अगर शुक्र स्वराशि यानी वृषभ और तुला में है और मीन की उच्च राशि में बैठा है तो इस स्थिति में आप ओपल पहन सकते हैं। शुक्र के महादशा और अंर्तदशा चलने पर भी ओपल पहनने से शुक्र से संबंधित लाभ मिलते हैं।
वृषभ राशि के लिए ओपल रत्न
वृषभ राशि के लिए ओपल बहुत ज्यादा लाभकारी और शुभ रत्न है। शुक्र, वृषभ राशि का रत्न है इसलिए वृषभ राशि के वाले जातक बिना किसी झिझक और चिंता के इस स्टोन को पहन सकते हैं। इस स्टोन को पहनने से आपके जीवन में सुख, सम्मान, शांति और बेहतर स्वास्थ्य की प्राप्ति होगी।
मिथुन राशि के लिए ओपल रत्न
शुक्र पंचम और बारहवें भाव का स्वामी है। शुक्र आपके बुद्धि, याद्दाश्त, साहस का स्वामी है। जो मिथुन राशि के जातक संतान प्राप्ति की इच्छा रखते हैं, उन्हें ओपल स्टोन जरूर पहनना चाहिए।
कर्क राशि के लिए ओपल रत्न
यदि शुक्र उच्च राशि मीन और स्वराशि तुला या वृषभ में बैठा है तो आपको ओपल पहनने से लाभ मिलेगा। शुक्र की महादशा और अंर्तदशा में ओपल पहनना बहुत लाभकारी सिद्ध होता है। यह चमत्कारिक रत्न आपकी मां की सेहत में सुधार और सुख में वृद्धि करेगा।
सिंह राशि के लिए ओपल स्टोन
अगर आप शुक्र की महादशा और अंर्तदशा से गुज़र रहे हैं या शुक्र स्वराशि या उच्च राशि मीन में बैठा है तो आपको ओपल पहनना चाहिए। ये रत्न आपके जीवन में शक्ति, समृद्धि, करियर में सफलता लेकर आएगा।
कन्या राशि के लिए ओपल रत्न
कन्या राशि के जातकों के लिए ओपल बहुत ज्यादा शुभ रत्न है। शुक्र दूसरे और नवम भाव का स्वामी है। नवम भाव का स्वामी होने के कारण शुक्र इस राशि के लिए सबसे शुभ ग्रह है। ओपल पहनने से आपको शुक्र ग्रह से संबंधित दोगुने लाभ मिल सकते हैं।
तुला राशि के लिए ओपल रत्न
शुक्र आपके लग्न और आठवें भाव का स्वामी है इसलिए आपके लिए ओपल स्टोन चमत्कारिक साबित हो सकता है।
वृश्चिक राशि के लिए ओपल रत्न
शुक्र की महादशा और अंर्तदशा के दौरान यदि शुक्र स्वराशि तुला और वृषभ में विराजमान है तो वृश्चिक राशि के जातक ओपल पहन सकते हैं। शुक्र के पंचम भाव में उच्च राशि में होने पर भी आप ओपल धारण कर सकते हैं।
धनु राशि के लिए ओपल स्टोन
शुक्र की महादशा और अंर्तदशा के दौरान धनु राशि वाले जातक ओपल पहन सकते हैं। यदि शुक्र उच्च राशि या स्वराशि वृषभ, तुला और मीन में बैठा है तो भी आप ओपल पहन सकते हैं।
मकर राशि के लिए ओपल रत्न
शुक्र मकर राशि का स्वामी ग्रह है इसलिए मकर राशि वाले जातकों को ओपल से सबसे ज्यादा लाभ मिलने की संभावना है। शुक्र आपकी राशि के लिए सबसे लाभकारी ग्रह माना जाता है।
शुक्र पंचम और नवम भाव का स्वामी है जो कि एक व्यक्ति के जीवन में बहुत महत्व रखते हैं। शुक्र के कमजोर और पीडित होने की स्थिति में भी ओपल पहनने से जातक को लाभ मिलता है।
यदि आपकी कुंडली में शुक्र ग्रह शनि, केतु, राहु या मंगल से पीडित है तो आपको ओपल पहनना चाहिए। शुक्र के अशुभ प्रभावों को ओपल नष्ट कर देता है।
कुंभ राशि के लिए ओपल रत्न
शुक्र आपके चौथे और नवम भाव का स्वामी है। आपको जीवनभर ओपल स्टोन से लाभ मिल सकता है। इस रत्न को पहनने से आपको शुक्र के शुभ प्रभाव मिलेंगें और नकारात्मक प्रभाव दूर होंगें। यह रत्न मंगल, शनि, राहु, केतु और सूर्य के अशुभ प्रभावों को दूर कर सकता है।
शुक्र की महादशा और अंर्तदशा में ओपल से आपको सबसे ज्यादा लाभ मिलेंगें।
मीन राशि के लिए ओपल स्टोन
शुक्र की महादशा चल रही है या शुक्र आपके तीसरे और आठवें भाव में स्वराशि या उच्च राशि मीन में बैठा है तो आप इस स्थिति में ओपल स्टोन पहन सकते हैं।
कौन न पहनें – Opal ratna kise nahi pehna chahiye
शुक्र शुभ ग्रह है और अमूमन सभी ग्रहों के साथ इसके मैत्री संबंध हैं लेकिन चंद्रमा, सूर्य और बृहस्पति इसके शत्रु ग्रह हैं। इस वजह से माणिक्य, मोती और पुखराज को ओपल के साथ नहीं पहनना चाहिए।
ओपल रत्न किस रत्न के साथ न पहनें – Opal ratan kis stone ke sath na pehne
शुक्र शुभ ग्रह है और अमूमन सभी ग्रहों के साथ इसके मैत्री संबंध हैं लेकिन चंद्रमा, सूर्य और बृहस्पति इसके शत्रु ग्रह हैं। इस वजह से माणिक्य, मोती और पुखराज को ओपल के साथ नहीं पहनना चाहिए।
ओपल के स्वामी ग्रह शुक्र के जीवन पर प्रभाव – Opal ka swami greh shukra ke jeevan par prabhav
शुक्र ग्रह को प्रेम, रोमांस, संभोग, सौंदर्य, संगीत, नृत्य और कला का स्वामी माना गया है। यह आकाश के सबसे चमकीले ग्रहों में से एक है।
वृषभ और तुला राशि का स्वामी ग्रह शुक्र को बताया गया है। मीन राशि में शुक्र उच्च माना जाता है और कन्या राशि में नीच का। यह ग्रह आकर्षण, प्रेम, समृद्धि, ज्ञान और शांति का कारक होता है।
शुक्र का प्रभाव वस्त्र उद्योग, फूड, रेस्टोरेंट, होटल, टूर एंड ट्रैवल्स, म्यूजिक, थिएटर, लेखन, सिनेता, फिल्म उद्योग, अभिनय, ब्यूटी पार्लर, ज्वेलरी के व्यापार, कॉस्मेटिक की दुकानों, ज्योतिष, पेंटिंग और फोटोग्राफी जैसे रचनात्मक कार्यों पर रहता है।
कुंडली में शुक्र की स्थिति के आधार पर ही व्यक्ति का वैवाहिक जीवन और सुख साधन निर्भर करते हैं। यदि जन्मकुंडली में शुक्र शुभ स्थान में न बैठा हो तो व्यक्ति अनाकर्षित, प्रेम और वैवाहिक जीवन में विफल होने की प्रवृत्ति से जूझता है। किसी अशुभ ग्रह के साथ युति में बैठने या अशुभ ग्रह की शुक्र पर दृष्टि होने पर भी ऐसा ही फल मिलता है।
शुक्र का प्रभाव नेत्रों, नाक, ठोड़ी, गले, यौन अंगों, किडनी और मूत्राशय पर प्रभाव होता है। शुक्र के बुरी तरह पीडित होने पर इन अंगों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। शुक्र ग्रह को शुभ, मंगलकारी और स्त्री संंबंधी ग्रह बताया गया है।
जन्मकुंडली में शुक्र के पीडित या नीच स्थान में होने पर व्रूक्ति को जीवन के सुख-साधनों को पाने के लिए मेहनत करनी पड़ती है। ऐसे व्यक्ति को मानसिक शांति और आत्मसंतुष्टि नहीं मिल पाती है।
शुक्र की अत्यंत कमजोर स्थिति व्यक्ति को नपुंसक भी बना सकती है या उस व्यक्ति को पैतृक संपत्ति पाने में दिक्कत हो सकती हैं। शुक्र की दुर्बलता डायबिटीज, थायराइड, मांसपेशियों में कमजोरी, गले से संबंधित समस्याएं और मोटापे जैसी स्वास्थ्य समस्याओं का खतरा रहता है।
जिस जातक की कुंडली में शुक्र मजबूत स्थिति में हो, वह प्रतिभावान होता है और खासतौर पर उसे रचनात्मक क्षेत्र में सफलता मिलती है। शुक्र की प्रबल स्थिति व्यक्ति को समर्पण और मित्रता में ईमानदारी सिखाती है।
ओपल का उपरत्न – Opal ka upratna
ओपल बहुत कीमती रत्न और ये बहुत मुश्किल से भी मिलता है इसलिए अगर आप ओपल नहीं खरीद सकते हैं तो इसके उपरत्न सफेद पुखराज या सफेद जरकन को धारण कर सकते हैं। ये दोनों रत्न भी ओपल की तरह ही लाभ पहुंचाते हैं।
ओपल रत्न कहां पाया जाता है – Where to find opal stone in Hindi
सबसे अच्छी क्वालिटी का ऑस्ट्रेलिया का ओपल होता है। इथिओपियन और मैक्सिको का ओपल भी बहुत लोकप्रिय है। ऑस्ट्रेलिया के फायर ओपल सबसे अच्छे माने जाते हैं।
ओपल किस उंगली में पहनें – Opal ratna kis ungli me dharan karna chahiye
कोई भी रत्न तभी लाभ देगा जब उसे नियम और विधि पूर्वक धारण किया जाए। प्रत्येक रत्न को धारण करने के लिए कुछ नियम बनाए गए हैं जिनका पालन करने पर ही आपको रत्न का पूर्ण फल मिलेगा। शुक्र के शुभ रत्न ओपल को अनामिका उंगली में धारण किया जाता है। दाएं हाथ की अनामिका उंगली या रिंग फिंगर में ओपल रत्न की अंगूठी पहननी चाहिए।
ओपल किस दिन धारण करना चाहिए – Opal kis din pahne jata hai
रत्न को उसके स्वामी ग्रह से संबंधित दिन को धारण किया जाता है। ऐसा करने से रत्न के स्वामी ग्रह की भी कृपा मिलती है और रत्न का प्रभाव भी दोगुना हो जाता है। ओपल स्टोन का स्वामी ग्रह शुक्र है और इस ग्रह को सप्ताह का शुक्रवार का दिन समर्पित है। इसलिए शुक्रवार के दिन ओपल स्टोन पहनने की सलाह दी जाती है।
ओपल किस हाथ में पहनें – Opal ratna kis hath me pehne
ज्योतिषी हमेशा दाएं हाथ में ओपल स्टोन की अंगूठी पहनने की सलाह देते हैं। अपने दाएं हाथ की अनामिका उंगली में ओपल रत्न को अंगूठी में जड़वाकर पहनना चाहिए।
ओपल धारण करने का मंत्र – Opal dharan karne ka mantra
रत्न शास्त्र में स्टोन को पहनने से पहले संबंधित ग्रह के मंत्र का जाप करने का नियम है। शुक्र के रत्न ओपल को पहनने से पूर्व कम से कम 108 बार ‘ऊं शुक्राय नम:’ मंत्र का जाप कर सकते हैं।
इसके अलावा आप अन्य निम्न मंत्रों का जाप भी कर सकते हैं :
वैदिक मंत्र :ऊं अन्नात्परिस्त्रतो रसं ब्रह्मणा व्यपिबत क्षत्रं पय: सेमं प्रजापति:।
ऋतेन सत्यमिन्दियं विपान ग्वं, शुक्रमन्धस इन्द्रस्येन्द्रियमिदं पयोय्मृतं मधु।।
पौराणिक मंत्र : ऊं हिमकुन्दमृणालाभं दैत्यानां परमं गुरुम सर्वशास्त्रप्रवक्तारं भार्गवं प्रणमाम्यहम्।।
गायत्री मंत्र : ऊं भृगुवंशजाताय विद्यमहे श्वेतवाहनाय धीमहि तन्न: शुक्र: प्रचोदयात्।।
ओपल पहनने का समय – Opal ratna kab pehna chahie
शुक्र ग्रह के ओपल स्टोन को शुक्ल पक्ष के शुक्रवार को पहनना चाहिए। अगर शुक्ल पक्ष नहीं चल रहा है तो किसी भी शुभ मुहूर्त में शुक्रवार के दिन आप ओपल रत्न पहन सकते हैं।
ओपल कितने समय में प्रभाव देता है – Opal effects in how many days
शुक्र का शुभ रत्न दूधिया पत्थर यानी ओपल स्टोन धारण करने के बाद 60 दिनों के अंदर प्रभाव दिखाना शुरू करता है और कम से कम सात साल तक प्रभावी रहता है।
ओपल कैसा होता है – Opal kaisa hota hai
आमतौर पर ओपल का बॉडी कलर सफेद, पीला, ग्रे, काले या भूरे रंग में आता है। हालांकि, ओपल का बॉडी कलर किसी भी रंग का हो सकता है। सबसे खूबसूरत ओपल रत्नों में लाल, नारंगी, गुलाबी, हरा या नीला रंग शामिल है। ओपल बहुत ही सुंदर रत्न है और इसे देखते ही आप इसके प्रति आकर्षित हो जाएंगें।
ओपल का उपरत्न सफेद पुखराज – Opal ka upratna safed pukhraj
शुक्र का शुभ रत्न हीरा होता है लेकिन अनमोल और कीमती रत्न होने के कारण हर कोई इसे नहीं खरीद सकता है। इसलिए हीरे के उपरत्न ओपल स्टोन को पहना जाता है। वहीं अगर आप किसी कारणवश ओपल भी नहीं पहन पा रहे हैं तो इसके उपरत्न सफेद पुखराज या सफेद जिरकन को धारण कर सकते हैं।
शुक्र का रत्न सफेद पुखराल या सफेद टोपाज दिखने में बहुत सुंदर होता है और इसे पहनने से व्यक्ति को शुक्र देव से संबंधित सभी क्षेत्रों में लाभ एवं सफलता मिलती है। फैशन, कला और लग्जरी के मामले में व्यक्ति को अपने भाग्य का साथ मिलता है।
इस स्टोन को पहनने से सभी सुख-साधनों की प्राप्ति होती है और जातक को सभी तरह के भौतिक सुख मिलते हैं। यह रत्न महिलाओं के प्रजनन तंत्र और मूत्राशय से जुड़ी समस्याओं को दूर करता है।
ओपल की तकनीकी संरचना – Opal ki takniki sanrachna
ओपल यानी दूधिया पत्थर आइसोट्रोपिक मिनरल होता है। रसायनिक तौर पर ओपल हाइड्रेटिड सिलिका है। मोह्स स्केल पर ओपल को 5.5 से 6.5 के स्केल पर रखा गया है। उच्च क्वालिटी के ओपल स्टोन में अच्छी मात्रा में ऑप्टिकल फेनोमेनन ‘प्ले ऑफ कलर’ यानी फायर (अग्नि) होनी चाहिए।
ओपल रत्न की कीमत – Opal stone price
ओपल रत्न 700 रुपए प्रति कैरेट का मिल जाएगा। सबसे अच्छी और बेहतरीन क्वालिटी का ओपल 25,000 रुपए प्रति कैरेट तक का हो सकता है। हालांकि, ओपल की क्वालिटी जितनी अच्छी होगी, इसकी कीमत उतनी ही ज्यादा होगी।
ओपल रत्न कहां खरीदें – Opal stone sale
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