sfatik ki mala
स्फटिक की माला – Sphatik/Sfatik ki mala
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स्फटिक की माला – Sphatik/Sfatik ki mala

2,150.00

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स्फटिक के सफेद और सुंदर दाने सीधे मां लक्ष्‍मी से आपको जोड़ते हैं। स्फटिक की माला मां लक्ष्‍मी को अति प्रिय होती है और जीवन से धन की कमी और आर्थिक तंगी को दूर करने के लिए देवी लक्ष्‍मी की कृपा प्राप्‍त इस माला को पहना जाता है।

दानेस्‍फटिक के गोल दाने
कितने दाने हैं108
दानों का साइज6 एमएम
ओरिजनभारतीय
लंबाई16
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  • UPI पर 300 रुपए की छूट
  • 7 दिनों की आसान फूल रिफंड पॉलिसी
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स्फटिक की माला का महत्व

स्फटिक की माला का सबसे बड़ा महत्व यही है कि इस माला पर मां लक्ष्‍मी की कृपा बरसती है। कलियुग में मां लक्ष्‍मी को प्रसन्‍न करने और उनकी कृपा से आर्थिक तंगी को दूर करने के लिए स्‍फटिक माला का उपयोग किया जाता है।

स्‍फटिक माला के लाभ

  • यदि आपको अपने प्रयासों और मेहनत का फल नहीं मिल पा रहा है, तो यह चमत्कारिक स्‍फटिक की माला आपके प्रयासों को सफल बना सकती है।
  • नाम, पैसा और शोहरत कमाने के लिए यह माला बहुत लाभकारी और असरकारी उपाय है। मां लक्ष्‍मी की कृपा से इस माला के प्रभाव से व्‍यक्‍ति को खूब पैसा मिलता है।
  • मां लक्ष्‍मी से संबंधित होने के कारण इस माला को पहनने से धन की प्राप्‍ति होती है। आर्थिक तंगी, कर्ज से मुक्‍ति और धन की कमी दूर करने के लिए इस माला को पहना जाता है।
  • गरीबी दूर करने के लिए भी यह माला पहनी जाती है।
  • इसे पहनने से सेहत में भी सुधार आता है और परिवार में भी खुशहाली आती है। यदि आपके घर में क्‍लेश और लड़ाई-झगड़ा रहता है, तो स्‍फटिक की माला अपने शुभ प्रभाव से आपके घर-परिवार में खुशहाली ला सकती है।
  • स्‍फटिक की माला मानसिक शांति, सिरदर्द, खून से संबंधित विकारों और बुखार को कम करने में भी यह माला मदद करती है।
  • मां लक्ष्‍मी को प्रसन्‍न करने और उनकी कृपा पाने का सबसे सरल उपाय है स्‍फटिक की माला धारण करना।

स्फटिक की माला पहनने के नियम

इस माला को धारण करने के बाद किसी खास नियम का पालन करना नहीं होता है। आप इससे मां लक्ष्‍मी या अन्‍य किसी देवी-देवता के मंत्रों का जाप भी कर सकते हैं।

स्फटिक की माला किस दिन पहनें

मां लक्ष्‍मी को शुक्रवार का दिन स‍मर्पित होता है इसलिए स्‍फटिक की माला को शुक्रवार के दिन ही धारण करना चाहिए।

स्फटिक की माला कैसे धारण करें

शुक्रवार के दिन स्‍फटिक माला को धारण किया जाता है। शुक्रवार को सुबह स्‍नान करने के बाद घर के पूजन स्‍थल में बैठ जाएं और स्‍फटिक की माला को रखकर उस गंगाजल छिड़कें। अब 108 बार ‘पंचवक्‍त्र: स्‍वयं रुद्र: कालाग्रर्नाम नामत:।।’ मंत्र का जाप करें। इसके बाद आप स्‍फटिक की माला को धारण कर सकते हैं।

स्फटिक की माला की कीमत

आपको JeewanMantra से किफायती कीमत पर अच्‍छी क्‍वालिटी की और असली दानों की स्‍फटिक की माला खरीद सकते हैं।

स्फटिक की माला किस राशि को पहनना चाहिए

ऐसा नहीं है कि केवल कुछ राशि के लोग ही स्‍फटिक की माला पहन सकते हैं। कोई भी व्‍यक्‍ति देवी लक्ष्‍मी को प्रसन्‍न करने और उनकी कृपा पाने के लिए इस माला को धारण कर सकता है।

स्फटिक की माला कहां मिलेगी

JeewanMantra से आपको अच्‍छी क्‍वालिटी की स्‍फटिक की माला मिल जाएगी। आप चाहें तो JeewanMantra से माला को अपने नाम से भी अभिमंत्रित करवा सकते हैं।