लाल किताब क्या है – lal kitaab kya hain in hindi
‘लाल किताब’ ज्योतिर्विद्या की एक स्वतन्त्र और मौलिक सिद्धान्तों पर आधारित एक अनोखी पुस्तक है। इसकी कुछ अपनी निजी विशेषताएँ हैं, जो अन्य सैद्धान्तिक अथवा प्रायोगिक फलित ज्योतिष-ग्रन्थों से हटकर हैं। इसकी सबसे बड़ी विशेषता ग्रहों के बुरे प्रभाव से बचने के लिए जातक को ‘टोटकों’ का सहारा लेने का संदेश देना है। कुछ लोग लाल किताब को टोनो और टोटको की किताब समझते हैं, तो कुछ लोग इस को तंत्र की किताब मानते हैं। सच्चाई ऐसी नहीं है, लाल किताब से हम किसी का भी कोई नुक्सान नहीं बल्कि केवल भलाई ही कर सकते है।
ये टोटके इतने सरल हैं कि कोई भी जातक इनका सुविधापूर्वक सहारा लेकर अपना कल्याण कर सकता है। काला कुत्ता पालना, कौओं को खिलाना, क्वाँरी कन्याओं से आशीर्वाद लेना, किसी वृक्ष विशेष को जलार्पण करना, कुछ अन्न या सिक्के पानी में बहाना, चोटी रखना, सिर ढँक कर रखना आदि। ऐसे कुछ टोटकों के नमूने हैं, जिनके अवलम्बन से जातक ग्रहों के अनिष्टकारी प्रभावों से अनायास की बचा जाता है। कीमती ग्रह रत्नों (मूंगा, मोती, पुखराज, नीलम, हीरा आदि। में हजारों रुपयों का खर्च करने के बजाय जातक इन टोटकों के सहारे बिना किसी खर्च के (मुफ्त में) या अत्यल्प खर्च द्वारा ग्रहों के बुरे प्रभाव से अपनी रक्षा कर सकता है।
लाल किताब के द्वारा पिछले जन्म और अगले जन्म का हाल बखूबी बताया जा सकता है। किसी भी जातक के जन्म की तिथि या समय के अभाव में उस व्यक्ति के चेहरे, हाथो की रेखा और शरीर के अंगो जैसे कान, होंठ, आंखे आदि देख कर भी बहुत कुछ बताया जा सकता है। लाल किताब में पूर्व जन्म में किये गए पाप कर्मो को धोने के भी उपाय बताये गए हैं।
उदहारण के तौर पर यदि जन्मकुंडली के दूसरे या सातवें घर में यदि शुक्र के शत्रु ग्रह ( राहू , सूर्य , चंद्रमा) बैठे हैं, तो उस जातक को वैवाहिक जीवन में असंतुष्टि हो सकती है, जिसका एक कारण ये भी हो सकता है कि उस व्यक्ति ने पूर्व जन्म में किसी गर्भवती स्त्री या गाय को स्वार्थवश सताया होगा। उपाय के तौर पर लालकिताब बताती है कि उस व्यक्ति को १०० स्वस्थ गायो को एक ही दिन में हरा चारा खिलाना चाहिए और किसी भी स्त्री या गाय को सताना नहीं चाहिए। पहले लाल किताब हिमाचल और उत्तरांचल के पहाड़ी इलाकों में फैली विद्या थी, इसके बाद पंजाब और अफगानिस्तान तक फैल गई।
यह विद्या अपने पांव पसारती गई। कहा जाता है कि यह विद्या एक परिवार के पास संरक्षित है। आज भी उस परिवार के लोग पीढ़ी-दर-पीढ़ी इसे आगे बढ़ाते हैं। यह विद्या उस परिवार तक कैसे पहुंची, इसके पीछे भी रहस्यमय कहानी है।
लाल किताब का रहस्य क्या है – lal kitaab ka rahasy kya hai
लाल किताब एक रहस्यमई किताब है। यह किताब संस्कृति व परंपरा पर आधारित है। इसमें सामुद्रिक विज्ञान और वास्तु शास्त्र दोनों का विश्लेषण है । लाल किताब पंजाब से ऐसी जगह पर बहुत प्रचलित और लोकप्रिय हैं। इसका सीधा कारण है इसके लाभकारी उपाय/नुश्के। इस किताब में जीवन के सारे रहस्य और ज्यादातर सारी समस्याओं का समाधान भी है। जिन लोगों को ज्यादा समस्याएं होती हैं, वे लाल किताब का सहारा लेते हैं । लाल किताब जैसे एक बंद ताले की चाबी है। इस किताब की मदद से जीवन के कहीं इच्छुक रहस्य मिलते हैं-जो शादी से संबंधित भी हो सकते हैं ,संतान से संबंधित, नौकरी संबंधित , या बीमारी संबंधित भी। इस किताब की हर जगह तलास रहती है । इससे लोगों को बहुत संतुष्टि मिलती है और इसके उपाय भी काफी फायदेमंद होते हैं। हर इंसान को अपने कर्मो का नतीजा भोगना ही पड़ता है। ये तो संसार का नियम है ‘जो जैसा बोयेगा वैसा ही फल पायेगा’। ये सिर्फ हमारा भाग्य बदलने का एक सहारा है। लेकिन पूरा योगदान तो हमेशा से भगवान के आशीर्वाद ही रहा है। भगवान की लीला से तो हर कोई वाकिफ है। हमेशा से कहा जाता है भगवान को कभी भी ना भूले ,चाहे सुख हो या दुख । दुख में भगवान हमारा सहारा बनते हैं और सुख उन्हीं की वजह से मिलता है।
लाल किताब के टोटके – Lal kitab ke totke in hindi
अक्सर आपने देखा होगा कि आप बहुत सारी मेहनत करते हैं और दिन रात एक कर देते हैं लेकिन आपको कुछ हासिल नहीं होता है, लेकिन इसके विपरीत कुछ ऐसे लोग भी होते हैं जो काम मेहनत में ज्यादा सफल हो जाते हैं और उनके पास वो सब होता है जिसे पाने की आपकी तमन्ना थी। कहने का मतलब है आपके अंदर क्षमता तो है लेकिन आपकी किस्मत सोई हुई है। किस्मत को जगाने के लिए लाल किताब में कुछ उपाय दिये गए है। यदि आपने लाल किताब के ये टोटके या उपाय कर लिए तो आपकी सोई हुई किस्मत जाग जाएगी।
लाल किताब का टोटका है चिड़ियों को दाना डालें – lal kitaab ka totaka hai chidiyon ko daana daalen
अपनी सोई किस्मत को जगाना चाहते हैं तो रोजाना चिड़ियों के लिए दाना और पानी अपने घर के बाहर या बालकनी में रखें।
लाल किताब में दिया गया है गाय को भोजन खिलाएं – lal kitaab mein diya gaya hai gaay ko bhojan khilaen
गाय को रोजाना हर चारा खिलाएं। यदि आपको हरा चारा नहीं मिलता तो आप गाय को दो रोटी और गुड़ रोज खिलाएं। ऐसा करने से आपका दुर्भाग्य दूर होगा।
लाल किताब के अनुसार घर में रखें मछलियां – lal kitaab ke anusaar ghar mein rakhen machhaliyaan
घर में फिश अक्वेरीयम रखें। इसमें दो गोल्डन फिश के साथ पांच मछली काले रंग की रखें, यह आपका दुर्भाग्य पाने ऊपर ले लेती हैं।
लाल किताब का टोटका है शनि यंत्र रखें -lal kitaab ke totake hai shani yantr rakhen
लाल किताब के उपाय के अनुसार आप अपने पास हमेशा शनियंत्र रखें। चाहे गले में पहनें या अपने पर्स में रखें। शनि यंत्र आपके ऊपर आने वाली हर बला को टालेगा और आपकी सफलता की राह भी खोलेगा।
लाल किताब के अनुसार बंद घड़ी या टूटा शीशा घर में न रखें – lal kitaab ke anusaar band ghadee ya toota sheesha ghar mein na rakhen
यदि आप घर में बंद घड़ी या टूटा हुआ शीशा रखते हैं तो आपकी किस्मत भी घड़ी कि तरह बंद हो जाएगी। ऐसी चीजें घर में रखने से दुर्भाग्य आता है।
लाल किताब के मध्यम से आर्थिक समस्या के छुटकारे के लिए – lal kitaab ke madhyam se aarthik samasya ke chhutakaare ke liye
यदि आप हमेशा आर्थिक समस्या से परेशान हैं तो इसके लिए आप 21 शुक्रवार 9 वर्ष से कम आयु की 5 कन्यायों को खीर व मिश्री का प्रसाद बांटें।
लाल किताब के अनुसार घर और कार्यस्थल में धन वर्षा के लिए – lal kitaab ke anusaar ghar aur kaaryasthal mein dhan varsha ke liye
इसके लिए आप अपने घर, दुकान या शोरूम में एक अलंकारिक फव्वारा रखें या एक मछलीघर जिसमें 8 सुनहरी व एक काली मछ्ली हो रखें। इसको उत्तर या उत्तरपूर्व की ओर रखें। यदि कोई मछ्ली मर जाय तो उसको निकाल कर नई मछ्ली लाकर उसमें डाल दें।
लाल किताब के टोटका परेशानी से मुक्ति के लिए – lal kitaab ke totake pareshaanee se mukti ke liye
आज कल हर आदमी किसी न किसी कारण से परेशान है। कारण कोई भी हो आप एक तांबे के पात्र में जल भर कर उसमें थोडा सा लाल चंदन मिला दें। उस पात्र को सिरहाने रख कर रात को सो जांय। उस जल को तुलसी के पौधे पर चढा दें। धीरे-धीरे परेशानी दूर होगी।
लाल किताब में दिया गया उपाय कुंवारी कन्या के विवाह हेतु – lal kitaab mein diya gaya upaay kunvaaree kanya ke vivaah hetu
यदि कन्या की शादी में कोई रूकावट आ रही हो तो पूजा वाले 5 नारियल लें। भगवान शिव की मूर्ती या फोटो के आगे रख कर “ऊं श्रीं वर प्रदाय श्री नामः” मंत्र का पांच माला जाप करें फिर वो पांचों नारियल शिव जी के मंदिर में चढा दें। विवाह की बाधायें अपने आप दूर होती जांयगी।प्रत्येक सोमवार को कन्या सुबह नहा-धोकर शिवलिंग पर “ऊं सोमेश्वराय नमः” का जाप करते हुए दूध मिले जल को चढाये और वहीं मंदिर में बैठ कर रूद्राक्ष की माला से इसी मंत्र का एक माला जप करे। विवाह की सम्भावना शीघ्र बनती नज़र आयेगी।
लाल किताब का टोकता नौकरी जाने का खतरा हो या ट्रांसफर रूकवाने के लिए – lal kitaab ka tokata naukaree jaane ka khatara ho ya traansaphar rookavaane ke liye
पांच ग्राम डली वाला सुरमा लें। उसे किसी वीरान जगह पर गाड दें। ख्याल रहे कि जिस औजार से आपने जमीन खोदी है उस औजार को वापिस न लायें। उसे वहीं फेंक दें दूसरी बात जो ध्यान रखने वाली है वो यह है कि सुरमा डली वाला हो और एक ही डली लगभग 5 ग्राम की हो। एक से ज्यादा डलियां नहीं होनी चाहिए।
लाल किताब के अनुसार उपाय धन के ठहराव के लिए – lal kitaab ke anusaar upaay dhan ke thaharaav ke liye
आप जो भी धन मेहनत से कमाते हैं उससे ज्यादा खर्च हो रहा हो अर्थात घर में धन का ठहराव न हो तो ध्यान रखें को आपके घर में कोई नल लीक न करता हो। अर्थात पानी टप–टप टपकता न हो। और आग पर रखा दूध या चाय उबलनी नहीं चाहिये। वरना आमदनी से ज्यादा खर्च होने की सम्भावना रह्ती है।
लाल किताब में क्या लिखा है – lal kitaab mein kya likha hai
लाल किताब ज्योतिर्विद्या की एक स्वतन्त्र और मौलिक सिद्धान्तों पर आधारित एक अनोखी पुस्तक है। इसकी अपनी कुछ निजी विशेषताएँ हैं, जो अन्य सैद्धान्तिक अथवा प्रायोगिक फलित ज्योतिष-ग्रन्थों से हटकर हैं। ज्योतिष के इस महाग्रन्थ को पंडित रूपचंद जोशी द्वारा वर्ष 1939 से 1942 के दौरान पांच भागों में लिखी गई थी। उन्होंने लाल किताब में हस्त रेखाओं, सामुद्रिक शास्त्र, मकान की हालत और जन्मकुंडली के ग्रहों को मिला कर भविष्य कथन और ग्रहों के दोष निवारण के लिए उपाय बताये हैं। यह पुस्तक मूलतः उर्दू में लिखी गयी थी। कुछ लोग लाल किताब को टोनो और टोटको की किताब समझते हैं, तो कुछ लोग इस को तंत्र की किताब मानते हैं। सच्चाई ऐसी नहीं है, लाल किताब से हम किसी का भी कोई नुक्सान नहीं बल्कि केवल भलाई ही कर सकते है। इस किताब के द्वारा विवाह कब होगा, किस व्यापार में सफलता मिलेगी, संतान कब होगी, पुत्र रत्न कब प्राप्त होगा, नौकरी कब मिलेगी, बीमारी से छुटकारा कैसे पाएं जैसी अनेक समस्याओं का हल मिलता है। इस पुस्तक की मांग हर जगह है, यह बहुत प्रसिद्ध पुस्तक है और सभी परेशान लोग इस किताब का इस्तेमाल करते हैं। इसमें धर्माचरण और सदाचरण पर जोर दिया है। लाल किताब में बहुत जगह सदाचार, कानून का पालन करना, विधवा सेवा, नेत्रहीन की सेवा और कन्या सेवा के लिए कहा गया है। वास्तव में लालकिताब जीना सीखने की किताब है।
लाल किताब का महत्व क्या है – lal kitaab ka mahatv kya hai
लाल किताब’ ज्योतिर्विद्या की एक स्वतन्त्र और मौलिक सिद्धान्तों पर आधारित एक अनोखी पुस्तक है। इसकी कुछ अपनी निजी विशेषताएँ हैं, जो अन्य सैद्धान्तिक अथवा प्रायोगिक फलित ज्योतिष-ग्रन्थों से हटकर हैं। इसकी सबसे बड़ी विशेषता ग्रहों के दुष्प्रभावों से बचने के लिए जातक को ‘टोटकों’ का सहारा लेने का संदेश देना है। ये टोटके इतने सरल हैं कि कोई भी जातक इनका सुविधापूर्वक सहारा लेकर अपना कल्याण कर सकता है। काला कुत्ता पालना, कौओं को खिलाना, क्वाँरी कन्याओं से आशीर्वाद लेना, किसी वृक्ष विशेष को जलार्पण करना, कुछ अन्न या सिक्के पानी में बहाना, चोटी रखना, सिर ढँक कर रखना इत्यादि। ऐसे कुछ टोटकों के नमूने हैं, जिनके अवलम्बन से जातक ग्रहों के अनिष्टकारी प्रभावों से अनायास की बचा जाता है। कीमती ग्रह रत्नों (मूंगा, मोती, पुखराज, नीलम, हीरा आदि। में हजारों रुपयों का खर्च करने के बजाय जातक इन टोटकों के सहारे बिना किसी खर्च के (मुफ्त में) या अत्यल्प खर्च द्वारा ग्रहों के बुरे प्रभाव से अपनी रक्षा कर सकता है।
लाल किताब किसने लिखी थी – lal kitaab kisane likhee thee in hindi
भारत में पंजाब प्रान्त में ग्राम फरवाला जिला जालंधर से संबंध रखने वाले पंडित रूपचंद जोशी ने साल 1939 से 1952 के बीच लाल किताब की रचना पांच खंडों में की थी। लाल किताब के संबंध ऐसा कहा जाता है कि जब लाहौर में खुदाई का काम चल रहा था तब वहां से तांबे की पट्टियां मिली जिनपर अरबी और फ़ारसी में कुछ लिखा था। इन्हें पढ़ने के लिए पंडित रूपचंद ने अपने पास रख लिया। पढ़ने के बाद पंडित रूपचंद को ज्ञात हुआ कि इन पट्टियों का संबंध तो ज्योतिष शास्त्र से है। यह जानने के बाद उन्होंने इस किताब को उन्होंने सर्वप्रथम उर्दू में लिखा। एक आर्मी अफसर होने के चलते अपना नाम न प्रयोग करते हुए यह किताब गिरधारी लाल के नाम से निकाली।
लाल किताब के टोटके निजी जीवन में मदद करेंगे – lal kitaab ke totke nijee jeevan mein madad karenge
आये जानते है –
धन संबंधी लाल किताब के टोटके – dhan sambandhee lal kitaab ke totake
यदि आप धन संबंधी किसी समस्या से परेशान हैं तो इसके लिए लाल किताब के अंतर्गत सभी प्रकार के टोटके दिए गए हैं जो इस प्रकार से हैं।
लाल किताब के हिसाब से नाक और कान छिदवाने का टोटका – lal kitaab ke hisaab se naak aur kaan chhidavaane ka totaka
नाक और कान छिदवाने के लिए नाक को चांदी के तार से और कानों को सोने के तार किसके द्वारा होता है तथा 43 दिन तक नाक और कान में इसी तार को पहने रहना होता है। इस प्रकार से नाक और कान के टोटके करने से किसी भी लड़की को नाक और कान के छिदवाने पर कष्ट नहीं होगा
लाल किताब के अनुसार आंखों का टोटका – lal kitaab ke anusaar aankhon ka totaka
आंखों की खूबसूरती के लिए लाल किताब के टोटके बताया गया है कि घर में काला और सफेद खड़ा सूरमा हमेशा रखें और आंखों में लगाएं। घर में नकारात्मक ऊर्जा के लिए 5 ग्राम सुरमा घर में गाड़ देने से भी घर परिवार में खुशहाली रहती है।
लाल किताब में दिया चांदी की डिब्बी का टोटका – lal kitaab mein diya chaandee kee dibbee ka totaka
यदि आप अपने घर में चांदी की डिबिया किसी भी प्रकार की खुशी के लिए रखते हैं तो चांदी की डिबिया हमेशा घर की तिजोरी अलमारी में पानी से भर कर रखने से आपको कभी किसी प्रकार का नुकसान नहीं होगा।
लाल किताब के माधियम से पत्थर की घट्टी का टोटका – lal kitaab ke maadhyam se patthar kee ghattee ka totaka
लाल किताब के अनुसार बताया जाता है कि घर में पत्थर की छोटी सी घट्टी रखने से घर परिवार में किसी भी प्रकार की कोई हानि नहीं होती है।
लाल किताब में दिया गया शहद का टोटका – lal kitaab mein diya gaya shahad ka totaka
लाल किताब में शहद के लिए भी कई प्रकार के टोटके बताए गए हैं इसीलिए घर में शहद होना अनिवार्य है और हमेशा जिस बर्तन में रखा जाता है उसे कहीं उचित स्थान पर रखें। शहद जैसी चीज का प्रयोग वशीकरण में किया जाता है और स्वास्थ्य की दृष्टि से भी शायद बहुत अच्छा होता है इसके शारीरिक लाभ बहुत ही चमत्कारी होते हैं।
लाल के अनुसार गुड़ का टोटका – lal ke anusaar gud ka totaka
गुड़ भी स्वास्थ्य की दृष्टि से बहुत अच्छा माना जाता है इसीलिए Lal kitab ke totke के अनुसार घर में देसी गुड़ रखने से आपको विभिन्न प्रकार से लाभ होंगे और यदि उसे समय-समय पर खाया जाता है तो यह सबसे शुभ होता है।
लाल किताब में दिया गया रोटी का टुकड़ा का टोटका – lal kitaab mein diya gaya rotee ka tukada ka totaka
कहा जाता है कि घर में बनने वाली पहली और आखिरी रोटी यदि किसी कुत्ते को खिलाई जाती है तो घर में विभिन्न प्रकार की नकारात्मक शक्तियों का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है और घर में स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं भी नहीं रहती हैं। इसके अलावा रोटी के टुकड़ों को यदि प्रतिदिन कुत्ते को खिलाया जाता है अथवा गाय को खिलाया जाता है तो धन संबंधी समस्याएं भी समाप्त हो जाती हैं।
लाल किताब के अनुसार अन्न दान के टोटके – lal kitaab ke anusaar ann daan ke totake
धन-धान्य से संपन्न रहने के लिए यदि व्यक्त धन के साथ-साथ अन्य दान करता है तो जीवन में हमेशा सफलता की सीढ़ियों पर चढ़ता है। अन्न दान के अंतर्गत व्यक्ति को चाहिए कि चींटी, पक्षी, गाय, कुत्ता, कौवा, कछुआ, मछली, वृद्ध, अनाथ, कन्या, अशक्त मानव आदि को अन्य दिया जाता है तो व्यक्ति के जीवन में किसी प्रकार की समस्याएं नहीं आती हैं।
स्वास्थ्य संबंधी लाल किताब के टोटके – svaasthy sambandhee lal kitaab ke totake
लाल किताब के माधियम से पशु पक्षियों को रोटी खिलाएं – laal kitaab ke maadhyam se pashu pakshiyon ko rotee khilaen
अगर आपके घर में कोई व्यक्ति ही बीमार रहता है और ठीक नहीं हो रहा है तो इसके लिए आपको घर में बनने वाली पहली और आखिरी रोटी किसी पशु जैसे कुत्ता बिल्ली गाय कौवा आदि को खिला दें।
लाल किताब के अनुसार तांबे के लोटे में जल रखें – lal kitaab ke anusaar taambe ke lote mein jal rakhen
यदि घर में किसी भी व्यक्ति को ब्लड प्रेशर से संबंधित समस्या है तो उसको ठीक करने के लिए एक तांबे के लोटे में शाम को सोते समय जल रखें। सुबह होने पर इस पानी को किसी बबूल या पीपल के पेड़ पर डाल दें अथवा घर के बाहर फेंक आए ऐसा 43 दिन करने से ब्लड प्रेशर जैसी समस्या समाप्त होती है।