अकसर हम पुराने कपड़े घर में काम करने वाले नौकरों या गरीबों का दान कर देते हैं। आप भी अपने पुराने कपड़ों का ऐसे ही इस्तेमाल करते होंगें लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि आपका ऐसा करना आपके ही जीवन में मुश्किलों और समस्याओं का कारण बन सकता है।
दरअसल, हमारे शरीर, छवि और मान-सम्मान को कपड़े इंगित करते हैं। अगर बच्चों के कपड़े बिलकुल ठीक हैं या फटे नहीं हैं या नए हैं तो उन्हें साफ करके अलमारी में रखने से कोई दोष नहीं लगता है लेकिन इन कपड़ों को कभी भी पहनने वाले कपड़ों के साथ नहीं रखना चाहिए।
निरर्थक हैं फटे-पुराने कपड़ें
जिस प्रकार समय चलता है उसी प्रकार जीवन में प्रगति भी चलती है। समय के साथ सब कुछ बदलता है। जो चीज़ इस्तेमाल की नहीं होती है उसकी उपयोगिता खत्म हो जाती है। जिस चीज़ का अर्थ न हो, जो हमारी लिए कोई कीमत न रखती हो वो निरर्थक हो जाती है। इसलिए ऐसे कपड़ों का जिनका कोई अर्थ न हो या जो हमारे काम न आ रहे हों उसे अपने पहनने वाले कपड़ों के साथ कभी न रखें।
अगर बचपन के कपड़े ठीक अवस्था में हैं तो उन्हें गठरी में बांधकर स्टोर रूम में रख सकते हैं। इसमें एक बात का ध्यान जरूर रखें कि वो कपड़ा कहीं से फटा हुआ न हो। ऐसे कपड़ों को धोकर, साफ करके रख सकते हैं।
क्या फटे कपड़ों से वास्तुदोष होता है
जी हां, घर में फटे-पुराने कपड़े रखने से वास्तुदोष उत्पन्न होता है। कपड़ों का संबंधन शरीर को ढकने से है। वस्त्र हमारी त्वचा को ढकने का काम करते हैं।
लाल किताब में ऐसा उल्लेख किया गया है कि फटे-पुराने कपड़े पहनने से कुंडली में शुक्र ग्रह कमजोर होता है। ज्योतिष के वैदिक खंड का मानना है कि जो भी वस्त्र हमें सुंदर बनाते हैं या जो भी हम पहनते हैं उन सभी शुक्र ग्रह को संबोधित करते हैं। ऐसे में शुक्र का सीधा संबंध कपड़ों से होता है।
कुंडली में शुक्र का खराब होना जीवन में कई नकारात्मक बदलाव ला सकता है। फटे-पुराने कपड़े पहनने से शुक्र कमजोर होता है। घर में फटे-पुराने कपड़े रखने या पहनने से शुक्र कमजोर होता है जिसकी वजह से सांसारिक संबंधों में विकार पैदा होते हैं। फटे-पुराने कपड़े शुक्र को कमजोर कर व्यकति के दांपत्य जीवन और सामाजिक संबंधों में दिक्कतें पैदा करता है।
दक्षिण दिशा में वास्तुदोष
इसकी वजह से घर की दक्षिण दिशा में वास्तुदोष पैदा होता है। ऐसे में घर में परिस्थितियां हमारे विपरीत उत्पन्न होने लगती हैं। जिस घर में फटे-पुराने कपड़े इस्तेमाल होते हैं, वहां अपने आप ही घर की दक्षिण दिशा में वास्तुदोष पैदा होने लगते हैं। इसका सबसे ज्यादा असर घर की महिलाओं और लड़कियों की सेहत एवं मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ता है।
दक्षिण की दिशा धन की दिशा होती है और इस दिशा में मां लक्ष्मी भी वास करती हैं। अगर घर की दक्षिण दिशा में वास्तुदोष हो तो घर में धन का आगमन कम होने लगता है।
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शास्त्रों में आठ प्रकार की लक्ष्मी का व्याख्यान मिलता है जिनमें से एक भय लक्ष्मी भी हैं जिनका काम घर को सजाना और संवारना होता है। दूसरी लक्ष्मी धान्य हैं जो घर में अनाज एवं आहार के प्रवाह को संतुलित करती हैं। इनकी कृपा से घर में अनाज की कभी कमी नहीं होती है। इन्हें अन्नपूर्णा भी कहा जाता है। घर की दक्षिण दिशा के खराब होने से इन सब चीजों पर भी असर पड़ता है।
फटे-पुराने कपड़ों का दान
फटे-पुराने कपड़ों का दान देना बिलकुल भी उचित नहीं है। दान हमेशा साफ और नई वस्तुओं का दिया जाता है। दान करने के पीछे उद्देश्य होना चाहिए। दान हमेशा उन चीज़ों का करना चाहिए जिसको आपने अर्जित किया हो और जो आपके अर्थ का हो।
उदाहरण के तौर पर, जैसे आप पैसा या भोजन का दान करते हैं तो उसमें फटे नोट या झूठा भोजन नहीं देते, उसी प्रकार पहने और फटे-पुराने कपड़ों का भी दान नहीं किया जाता है। दान उन चीज़ों का किया जाता है जिनका कोई मूल्य हो। निरर्थक चीज़ों का दान कभी नहीं किया जाता है।
हालांकि, छोटे भाई-बहन आपके पुराने कपड़े पहन सकते हैं लेकिन वो कहीं से फटे नहीं होने चाहिए अन्यथ उनके जीवन पर भी दुष्प्रभाव पड़ सकता है।
फटे-पुराने कपड़ों को चौराहे पर फेंकना
अपनी समस्याओं से निजात पाने का सबसे अच्छा तरीका है ऐसे कपड़ों को चौराहे पर फेंक देना। चौराहा राहु से संबंधित है और त्रिराहा केतु से संबंध रखता है। पुराने कपड़ों को चौराहे पर फेंकना इस बात को दर्शाता है कि आप अपने जीवन की समस्याओं और मुश्किलों को उतार रहे हैं।
ऐसे चौराहे पर कपड़ों को फेंके जहां पर ज्यादा भीड़ न हो या लोग आते-जाते न हों। अगर कोई भिखारी उन कपड़ों को उठाकर पहन लेता है तो उससे आपको कोई फर्क नहीं पड़ता है क्योंकि आपने तो पुराने कपड़ों के रूप में अपने जीवन की नेगेटिविटी चौराहे पर फेंक दी लेकिन अगर आप कपड़ों का दान कर देते हैं तो इसका मतलब है कि आपने अपनी समस्या किसी और को दे दी।
दोष से निजात कैसे पाएं
सबसे पहले अपने घर से ऐसे फटे-पुराने कपड़ों को निकाल दीजिए।
लेकिन अगर आप कुछ कपड़ों को संजोकर रखना चाहते हैं तो उन्हें खराब और फटने न दें। ऐसे कपड़ों को गठरी में बांधकर किसी संदूक में रख दें ताकि उनकी नेगेटिविटि दूसरी चीज़ों और घर पर न पड़े। इसके अलावा अलमारी या संदूक में कपूर की गोली भी रखी जाती है क्योंकि कपूर शुक्र ग्रह से ही संबंध रखता है। इन गोलियों को रखने से कपड़े सुरक्षित रहते हैं।
घर के अतिरिक्त कपड़ों को साफ करके और धोकर ही किसी को दें। इसके अलावा अपने घर में पुराने कपड़ों में कपूर की गोलियां रखें जिससे की आपकी कुंडली में शुक्र खराब न हो।
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