1 मुखी रुद्राक्ष धारण करने से क्या होता है?
एक मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से मनुष्य अपने आप को ईश्वर से जुड़ा हुआ महसूस करता है। ये रुद्राक्ष परम शिव की शक्ति का कारक है जो कि जीवन और मृत्यु के चक्र से मुक्ति दिलाता है। इसके साथ ही एक मुखी रुद्राक्ष व्यक्ति के जीवन में अंधकार को दूर करता है और उसमें प्रकाश लाता है। इसके अलावा इसे पहनने से व्यक्ति के भाग्य के द्वार खुलते हैं। इसे मोक्ष प्राप्ति का सबसे सरल साधन कहा जा सकता है। एक मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से आध्यात्मिक कार्यों में रूचि बढ़ती है। साथ ही व्यक्ति मोह माया के जाल से ऊपर उठ जाता है और धारण करने वाले को जीवन में ख़ुशी वे सुखों – शांति प्राप्ति होती है।
एक मुखी रुद्राक्ष कौन पहन सकता है?
यदि कुंडली में सूर्य कमज़ोर हो या सूर्ये स्थित हो तो एक मुखी रुद्राक्ष का धारण करना चाहिए। इसके अलवा किसी निर्दय ग्रह की दशा या अंतर्दशा चल रही है तो भी 1 मुखी रुद्राक्ष को धारण कर सकते है। इसको धारण करने से सूर्य के बुरा प्रभाव दूर हो जाते हैं।
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1 मुखी रुद्राक्ष की कीमत कितनी होती है?
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रुद्राक्ष पहनने के बाद क्या नहीं करना चाहिए?
रुद्राक्ष धारण करने वालों को मांस – शराब या अन्य किसी भी प्रकार से जुड़ी नशीली चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए। एक महत्वपूर्ण बात का विशेष ध्यान रखे कि रुद्राक्ष को कभी भी श्मशान घाट पर पहनकर नहीं जाये। इसके अलावा नवजात के जन्म के दौरान या जहां नवजात शिशु का जन्म होता है वहां भी रुद्राक्ष धारण करके ना जायेऔर महिलाओं को मासिक धर्म के दौरान रुद्राक्ष नहीं पहनना चाहिए।
एक मुखी रुद्राक्ष की पहचान कैसे होती है?
1 मुखी रुद्राक्ष की पहचान अच्छे से करनी के लिए गर्म पानी में रुद्राक्ष को उबालें। अगर वह अपना रंग छोड़ने लगे तो वह रुद्राक्ष असली नहीं है। साथ ही रुद्राक्ष की पहचान का दूसरा तरीका है रुद्राक्ष को सरसों के तेल में डालें यदि वह पहले रंग से अधिक गहरा रंग प्रतीत हो तो वह असली है अन्यथा रंग में फर्क ना होतो वह रुद्राक्ष असली नहीं है।