1 मुखी रुद्राक्ष माला क्या है – 1 mukhi rudraksh mala kya hai
एक मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से मनुष्य अपने आप को ईश्वर से जुड़ा हुआ महसूस करता है। ये रुद्राक्ष परम शिव की शक्ति का कारक है जो कि जीवन और मृत्यु के चक्र से मुक्ति दिलाता है। इसे मोक्ष प्राप्ति का सबसे सरल साधन कहा जा सकता है। एक मुखी रुद्राक्ष को धारण करने से आध्यात्मिक कार्यों में रूचि बढ़ती है और साथ ही धारणकर्ता को भौतिक सुखों की भी प्राप्ति होती है। इस रुद्राक्ष के प्रभाव से जातक को अपने जीवन में सफलता मिलती है। एक मुखी रुद्राक्ष नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त करता है मन में अकारण भय को समाप्त करता है और शिव तत्व होने के कारण साधक का आत्मविश्वास और हिम्मत बढ़ती जाती है इसे धारण करने वाले साधक यदि साधना या जप करते हैं तो उनका तीसरा नेत्र भी जल्द जागृत होता है क्योंकि एक मुखी रुद्राक्ष शिव के तीसरे नेत्र को ही प्रदर्शित करता है।
1 मुखी रुद्राक्ष माला के फायदे – 1 mukhi rudraksh mala ke fyade
यह रुद्राक्ष मन को स्पष्टता देता है और आपको ईश्वर से जोड़ता है
इसमें सहस्त्र चक्र का ध्यान रखा गया है जो स्वर्ग और पृथ्वी के बीच की कड़ी का प्रतीक है
एक मुखी रुद्राक्ष पहनने वाले को आध्यात्मिक और भौतिक लाभ प्रदान करता है
यह पहनने वाले की इच्छा को पूरा करता है
यह रुद्राक्षधारी के पापों और पिछले कर्मों को नष्ट कर देता है
यह कुछ दिनों में माइग्रेन को ठीक करने में मदद करता है
यह अवसाद, चिंता और ओसीडी को ठीक करने में मदद करता है
यह न्यूरोटिक विकारों में मदद करता है
यह मन की शांति पाने में मदद करता है
यह एकाग्रता को बढ़ाने में मदद करता है
यह आपको अपनी इंद्रियों पर पूर्ण नियंत्रण रखने में मदद करता है
यह रतौंधी को ठीक करने में मदद करता है
यह श्वसन रोगों को ठीक करने में मदद करता है
यह क्रूर ग्रहों के नकारात्मक प्रभाव को दूर करने में मदद करता है
विशेष रूप से जन्म कुंडली में सूर्य के नकारात्मक प्रभाव को दूर करने के लिए पहना जाता है
यह पहनने वाले को महत्वाकांक्षी बनाता है
जब घर में रखा जाता है तो यह पूरे परिवार में शांति और सद्भावना को पैदा करता है
यह जीवन से जटिलताओं को दूर करता है
यह गुस्से को नियंत्रित करने में मदद करता है
रुद्राक्ष धारण करने वाले को नेतृत्व गुणों के साथ और तनाव को दूर करने में मदद मिलती है
राशि के अनुसार धारण करें रुद्राक्ष – rashi ke anusaar dhaaran karen rudraksh
मेष राशि: मेष राशि के जातकों को एक मुखी रुद्राक्ष दारण करने की सलाह दी जाती है। इसके साथ ही तीन मुखी या पांच मुखी रुद्राक्ष धारण करना भी शुभ माना गया है।
वृष राशि: वृषभ राशि के जातक अगर लाइफ में शुभ फलों की प्राप्ति का इंतजार कर रहे हैं, तो चार मुखी, छह मुखी और चौदह मुखी रुद्राक्ष धारण कर सकते हैं।
मिथुन राशि: मान्यता है कि इस राशि के जातक रुद्राक्ष की प्राण-प्रतिष्ठा करवाकर चार, पांच या तेरह मुखी रूद्राक्ष धारण कर सकते हैं। इससे सौभाग्य की प्राप्ति होती है।
कर्क राशि: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कर्क राशि के लोग तीन, पांच या फिर गौरी शंकर रुद्राक् भी धारण कर सकते हैं।
सिंह राशि: इस राशि के जातकों को एक मुखी, तीन या पांच मुखी रुद्राक्ष धारण करने की सलाह दी जाती है। इससे शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
कन्या राशि: इस राशि के जातक जीवन में सकारात्मक परिणाम और भगवान शिव की कृपा पाने के लिए चार, पांच या तेरह मुखी रुद्राक्ष धारण करें।
तुला राशि: इन्हें चार, छः अथवा चौदह मुखी रुद्राक्ष पहनना शुभ रहता है। इसलिए शुभ फलों की प्राप्ति के लिए ये धारण करें।
वृश्चिक राशि: जीवन ने सुख-समृद्धि बनाए रखने के लिए वृश्चिक राशि के लोगों को तीन, पांच मुखी या गौरी-शंकर रुद्राक्ष धारण करना चाहिए।
धनु राशि: एक मुखी, तीन या पांच मुखी रुद्राक्ष धारण करना धनु राशि वालों के लिए शुभ माना गया है।
मकर राशि: मकर राशि के जातक भगवान शिव की कृपा पाने के लिए चार मुखी, छः या चौदह मुखी रुद्राक्ष धारण कर सकते हैं। ये रुद्राक्ष इनके लिए शुभ फलदायी होते हैं।
कुंभ राशि: इस राशि के जातक चार, छः या फिर चौदह मुखी रूद्राक्ष धारण करें।
मीन राशि: जीवन में सुख-शांति बनाए रखने के लिए इस राशि के जातकों को तीन, पांच या गौरी शंकर रुद्राक्ष धारण करने की सलाह दी जाती है।
सोते समय नहीं पहनना चाहिए रुद्राक्ष – sote samay nahin pahanana chaahie rudraksh
रुद्राक्ष पहन कर कभी सोना भी नहीं चाहिए। जब आप सोने के लिए जाते हैं तो रुद्राक्ष को उतार कर इसे तकिए के नीचे या मंदिर वाली जगह पर रख दें। तकिए के नीचे रुद्राक्ष रखने से बुरे सपने व नींद टूटने की समस्या से छुटकारा मिलता है।