मॉइस्चराइज़र
मॉइस्चराइज़र लगाने का क्या फायदा है ?
मॉइस्चराइज़र माना जाता है कि यदि आपकी त्वचा बहुत सामान्य या ऑयली है तो आपके चेहरे की चमक कम पड़ सकती है। ऐसे में चेहरे की बेहतर देखभाल के लिए आपको किसी अच्छे मॉइस्चराइजर को अपनी रोज के काम का आवश्यक हिस्सा मानना चाहिए। वास्तव में पर्याप्त नमी के बिना त्वचा की तेल ग्रंथियां चेहरे को सूखा होने से बचाने का काम करती हैं जिससे कारण त्वचा के रोमछिद्र (pores) बंद हो जाते हैं और त्वचा पर दाग धब्बे और मुंहासे आने लगते हैं। जिस तरह से व्यक्ति उचित खान पान , योग, व्यायाम और वर्कआउट पर ध्यान देता है ठीक उसी तरह चेहरे की देखभाल के लिए इसे मॉश्चराइज करने की जरूरत पड़ती है। त्वचा पर सही तरह के मॉइस्चराइजर का उपयोग करने से यह संतुलन बनाए रखने में मदद करता है। जब त्वचा बहुत अधिक सूखा जाए या बहुत अधिक तैलीय (oily) होती है, तो त्वचा की कई सामान्य समस्याएं जैसे मुंहासे निकलना शुरू हो जाते है, मॉइस्चराइज़र के इस्तमाल से आपको इन सभी समस्या से बचाता है।
मॉइस्चराइज़र लगाने का सही तरीका क्या है ?
मॉइस्चराइज़र स्नान करने के बाद या पानी में काम करने के बाद मॉइस्चराइजर लगाना ज़रूरी है। हर बार जब आप स्नान करके, नहाकर या कपड़े धो कर बाहर निकलें, तो अपने हाथों पर और शरीर पर मॉइस्चराइजर लगाना ना भूलिए ,अगर आपकी त्वचा ज़्यादा ड्राई है तो दिन में कम-से-कम 2 बार मॉइश्चराइजर लगाना ज़रूरी है। आप स्नान के बाद और सोने से पहले मॉइश्चराइजर लगा सकते हैं। अपने चेहरे पर मॉइश्चराइजर लगाने से पहले उसे पानी से अच्छी तरह से धो लीजिए। इसे चेहरे पर बनी हुई धूल की पर्त निकल जाएगी और मॉइश्चराइजर आपके स्किन में अच्छी तरह से समा जाएगा। इसके बाद तर्जनी (index finger) से थोड़ा-सा क्रीम लेकर उसे अपने माथे पर और गालों पर छोटे-छोटे बिन्दुओं में लगाएं. इसके बाद अपनी उंगलियों से हल्के-हल्के क्रीम ऊपर और बाहर की दिशा में एक समान लेयर में फैलाईये। मेकअप करने से पहले या बाहर जाने से पहले कम-से-कम 5 मिनट के लिए मॉइस्चराइजर को सेट होने दें।
प्राइमर
प्राइमर लगाने का क्या फायदा है ?
प्राइमर लगाने से रोम छिद्र बंद हो जाते हैं और चेहरा खूबसूरत दिखता है। यही कारण है कि मेकअप के दौरान सबसे पहले प्राइमर लगाया जाता है। प्राइमर का इस्तेमाल करने से त्वचा कोमल और मुलायम होती है। खास बात यह है कि आपका मेकअप लंबे समय तक टिकता है। इसे इस्तेमाल करने के बाद आप कोई भी फाउंडेशन या कंसीलर का इस्तेमाल कर सकती हैं। आपके ओपन पोर्स को सील करके यह उन्हें कम विज़िबल बनाता है को फ्लॉलेस बनाता है।
यह आपकी त्वचा की सतह को चिकना बनाता है, जिससे आपका मेकअप आसानी से ग्लाइड होता है, और अच्छी तरह ब्लेंडेड दिखाई देता है। मेकअप करने से पहले मेकअप प्राइमर का इस्तेमाल करने से आपका पूरा चेहरा मखमल जैसा दिखने लगता है। यह वास्तव में इतना आकर्षक रूप है
प्राइमर लगाने का सही तरीका क्या है ?
प्राइमर लगाते समय एक बात का ध्यान रखें कि आपको यह अपनी उंगलियों के टिप से ही लगाना है। इसके लिए ब्रश या फिर ब्लेंडर का इस्तेमाल न करें। उंगलियों से प्राइमर ढंग से लगेगा और आपका चेहरा प्राइमर लगाने के बाद ही चमक उठेगा। उसके बाद आप फ्लॉलेस मेकअप पा सकती हैं।
- प्राइमर को हमेशा थोड़ा सा लेकर चेहरे पर लगाना चाहिए। इसकी 1 ड्रॉप ही आपके चेहरे पर अच्छे से काम करती है
- प्राइमर लगाने से पहले मॉइश्चराइजर जरूर लगाएं।
- अगर आपकी स्किन डल है तो टिंटेड प्राइमर का इस्तेमाल करें। इससे आपके चेहरे की चमक वापस आ जाएगी।
- ध्यान रहे कि आपका प्राइमर फाउंडेशन से कंपैटिबल हो। वॉटर बेस्ड प्राइमर के साथ वॉटर बेस्ड फाउंडेशन का ही इस्तेमाल करें। इससे आपका बेस सेपरेट नहीं होगा।
फाउंडेशन
फाउंडेशन लगाने का क्या फायदा है ?
फाउंडेशन चेहरे को बेदाग और चमकदार बनाता है, लेकिन इसे सही तरीके से अप्लाई न किया जाए तो ये केकी और पैची लुक देता है। इसलिए फाउंडेशन चुनने के साथ इसे लगाने का सही तरीका जरूर जान लें। लिक्विड फाउंडेशन हर तरह की स्किन के लिए ठीक होता है। मेकअप में फाउंडेशन काफी इंपॉर्टेंट पार्ट है, क्योंकि इससे चेहरे के दाग-धब्बे छिप जाते हैं। इसका बाद ही मेकअप की शुरुवात की जाती है, जिसे आपका फेस चमकदार और प्रभावित लगता है।
फाउंडेशन लगाने का सही तरीका क्या है ?
मेकअप में फाउंडेशन काफी इंपॉर्टेंट पार्ट है, क्योंकि इससे चेहरे के दाग-धब्बे छिप जाते हैं, स्किन क्लीन, क्लीयर नजर आती है। लेकिन फाउंडेशन को फेस पर अप्लाई करने के लिए कुछ बातों पर ध्यान देना जरूरी होता है।
- फाउंडेशन अप्लाई करने से पहले अपने फेस को अच्छे से क्लीन करने के लिए माइल्ड फेस वॉश यूज करें, ताकि चेहरे से सारी गंदगी दूर हो जाए।
- फाउंडेशन को लगाने से पहले आप अपनी स्किन को जांच लें, अगर आपकी ऑयली स्किन है तो लाइट फाउंडेशन या ऑयल फ्री फाउंडेशन ही यूज करें। ड्राय स्किन के लिए लिक्विड या मॉयश्चराइज बेस्ड फाउंडेशन का इस्तेमाल करें।
- चेहरे को क्लीन करने के बाद फेस पर अपनी स्किन को सूट करता हुआ मॉयश्चराइजर लगाकर 5 मिनट रुकें। जिससे आपकी स्किन अच्छे से मॉयश्चराइज हो जाएगी। अब फाउंडेशन का लाइट बेस चेहरे पर लगाएं, इसके लिए अपनी फिंगर टिप्स का इस्तेमाल करें। फाउंडेशन को फेस से लेकर नेक तक लगाएं।
- हैवी बेस के लिए मेकअप स्पंज का इस्तेमाल करें। मेकअप स्पंज से फाउंडेशन को अच्छी तरह ब्लेंड करें। अगर चेहरे पर पिंपल्स हैं, तो उन पर एक बार और फाउंडेशन लगाएं।
कंसीलर
कंसीलर लगाने का क्या फायदा है ?
मेकअप के सामान की लिस्ट में सबसे जरुरी मेकअप आइटम कंसीलर। कंसीलर का मुख्य काम त्वचा के गहरे भागों की रंगत में निखार लाना है। इसका उपयोग काले घेरों के साथ, नाक और मुंह के आस पास की काली पड़ी त्वचा, मुंहासों और डार्क स्पॉट्स को छुपाने के लिए भी किया जा सकता है। कंसीलर खासतौर पर दो प्रकार के होते हैं, जिनका उपयोग अलग-अलग तरह की त्वचा के लिए किया जा सकता है।
- क्रीम कंसीलर – नॉर्मल से ऑयली स्किन के लिए इस प्रकार के कंसीलर का टेक्सचर क्रीमी होता है। यह नॉर्मल से ऑयली स्किन के लिए बेहतरीन तरीके से काम करता है। क्रीमी होने के कारण यह काले घेरों को पूरी तरह कवर करने में मदद करता है। इस तरह के कंसीलर का उपयोग काले घेरों के साथ डिसकलरेशन को ठीक करने के लिए भी किया जा सकता है।
- लिक्विड कंसीलर – ड्राई से कॉम्बिनेशन स्किन के लिए ये कंसीलर टेक्सचर में लिक्विड होते हैं, इनका उपयोग रूखी त्वचा के लिए किया जा सकता है। ये बहुत हल्का होते हैं और त्वचा को नम बनाए रखने में मदद करता हैं। इन्हें लगाना और त्वचा में ब्लेंड करना आसन होता है। लिक्विड होने के कारण ये त्वचा में आसानी से अवशोषित (Absorb) हो जाते हैं और डार्क स्पॉट्स पर लाइट से लेकर फुल कवरेज देने में मदद कर सकते हैं।
कंसीलर लगाने का सही तरीका क्या है ?
मेकअप करते वक्त आंखों के नीचे काले घेरों को ढकना बहुत जरूरी है और यह काम कंसीलर ही करता है। कंसीलर का इस्तेमाल ब्रश या उंगली की टिप का उपयोग कर किया जा सकता है। तो आइए जानते हैं मेकअप कंसीलर लगाने का तरीका और साथ ही जानें कि सही तरह से कंसीलर कैसे लगाएं।
- सबसे पहले अपना चेहरा को स्क्रब की मदद से धो लें और मुंह पोंछकर मॉइश्चराइजर लगा लें।
- मेकअप ज्यादा देर तक टिका रहे इसके लिए मेकअप प्राइमर लगाएं।
- अब ऑरेंज और येल्लो रंग के कलर करेक्टर को मिलाकर, आंखों के नीचे मौजूद काले घेरों पर लगाएं। इसके लिए आंखों के नीचे इससे एक लाइन खींचें और फिर डार्क सर्कल की लंबाई के अनुसार, कंसीलर को गालों की ओर लाते हुए एक वी-शेप बनाएं। इससे फुल कवरेज मिलेगा।
- अब इसे ब्यूटी ब्लेंडर की मदद से सभी को अच्छी तरह ब्लेंड कर लें।
- इसके बाद सबसे बेस्ट फाउंडेशन लें और मेकअप ब्लेंडर की मदद से इसे चेहरे पर अच्छे से ब्लेंड कर लें।
- इसके बाद भी अगर डार्क सर्कल्स या डार्क स्पॉट्स दिख रहे हों तो लिक्विड कंसीलर की मदद से उन्हें कवर कर सकते हैं।
- मेकअप को सेट करने के लिए बड़े ब्रश से ट्रांसलूसेंट सेटिंग पाउडर लगायें और मेकअप को अच्छे से सेट होने दें।
फेस पाउडर
फेस पाउडर लगाने का क्या फायदा है ?
फेस पाउडर की मदद से आपका चरह चिपचिपी नजर नहीं आती है, यह आपके चेहरे को सूखा ,पसीने और ऑयली स्किन से रहत दिलाता है।आप तरोताजा नजर आते हैं घंटो घंटो तक, क्योंकि यह आपके पसीने और तेल को चेहरे की सतह तक आने ही नहीं देता। फिर हर उत्पाद की अपनी ओर से एक समय सीमा भी रहती है कि 9 से 5 या इससे भी ज्यादा घंटे वह आपके चेहरे को तरोताजा बनाए रखेगा। चेहरे पर ज्यादा पाउडर लगाने से त्वचा रूखी होने लग जाती है। अगर आपकी स्किन ऑयली है तो भी पाउडर का इस्तेमाल कम करना ही बेहतर रहेगा। दरअसल, पाउडर के ज्यादा इस्तेमाल से त्वचा में नैचुरल ऑयल का प्रोडक्शन कम हो जाता है।
फेस पाउडर लगाने का सही तरीका क्या है ?
कॉम्पैक्ट लगाने से पहले चेहरे पर आइस क्यूब रगड़ लेने से त्वचा के रोमछिद्र बंद हो जाते हैंऔर त्वचा से अनावश्यक तेल भी हट जाता है। इसके बाद मेकअप ब्रश की सहायता से पूरे चेहरे पर समान रूप से फेस पाउडर लगा लें। फिर उसे अच्छी तरह से अपने चेहरे के साथ ब्रश की मदद से मिला लें।
अपने चेहरे को एक माइल्ड क्लींजर से धोएँ और अपनी स्किन को गीला करें, फिर अपने पूरे चेहरे पर एक माइल्ड फेस क्लींजर लगाएँ। इसे ठंडे पानी से धोएँ, फिर मेकअप लगाना शुरू करने के पहले अपने चेहरे को थपथपाकर सुखाएँ। पाउडर फाउंडेशन के साथ में काम करते समय साफ त्वचा का होना सच में मायने रखता है। चेहरे पर स्टेप बाई स्टेप फेस पाउडर लगाना चाहिये जिससे वह आर्टिफीशियल ना लगे। फेस पाउडर लगाने से चेहरा रूखा और खुरदुरा लगने लगता है। ज्यादा फेस पाउडर के प्रयोग से चेहरे पर पिंपल आदि निकल आते हैं।
आईशैडो
आईशैडो लगाने का क्या फायदा है ?
मेकअप में सबसे ज्यादा हाईलाइट होने वाली चीज़ आईशैडो है। आईशैडो लगाते ही आपके फेस का लुक बदल जाता है। आईशैडो भी बहुत अलग-अलग स्टाइल से लगाया जाता है। आईशैडो के कलर ज्यादातर लड़कियां अपनी ड्रेस के कलर के हिसाब से चुनती हैं तो कई लड़कियां न्यूट्रल कलर के आईशैडो लगाती हैं।
पाउडर आईशैडो
पाउडर आईशैडो सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला प्रोडक्ट है। ये आईशैडो पाउडर की तरह होता है। अगर आप आईशैडो ज्यादा नहीं लगाती हैं यानि कभी-कभी लगाती हैं, तो आपके लिए पाउडर आईशैडो बेस्ट है। क्योंकि अगर आप इसे रोजाना लगाएंगी, तो ये फैल सकता है। इसके अलावा, अगर आप आईशैडो लगाने की शुरुआत कर रही हैं, तो आपके लिए पाउडर आईशैडो बेस्ट है। क्योंकि इसे लगाना बहुत ही आसान है।
स्टिक आईशैडो
स्टिक आईशैडो बहुत ही बेसिक आईशैडो है, जिसे आप रोजाना में आसानी से लगा सकती हैं। यह एक ऐसा ब्यूटी प्रोडक्ट है, जो पेंसिल या काजल की तरह दिखता है। साथ ही, आप इसे पेंसिल की तरह शार्प भी किया जाता है या फिर लिपस्टिक की तरह आंखों पर इस्तेमाल कर सकती हैं। यह उन महिलाओं के लिए बेस्ट है, जिन्हें आईशैडो लगाना रोजाना पसंद होता है। अगर आप लंबे समय तक बाहर रहती हैं, तो आप स्टिक आईशैडो का इस्तेमाल कर सकती हैं। क्योंकि ये शैडो लंबे समय तक स्थाई रूप से बना रहता है।
ग्लिटर आईशैडो
ग्लिटर आईशैडो को चमकीला आईशैडो भी कहा जाता है। क्योंकि ये दिखने में चमकीला होता है और आपकी आंखों को हाईलाइट करने का काम करता है। इसे आप किसी खास मौके पर या स्टाइलिश ड्रेस के साथ लगा सकती हैं। अगर आप पार्टी या किसी वेडिंग फंक्शन में स्टाइलिश लुक पाना चाहती हैं, तो आप ग्लिटर आईशैडो लगा सकती हैं।
लिक्विड आईशैडो
स्टिक आईशैडो के अलावा, आप लिक्विड आईशैडो भी खरीद सकती हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह एक ऐसा आई प्रोडक्ट है, जो लिक्विड फॉर्म यानि थोड़ा गिला होता है। इसे ब्रश की सहायता से आंखों पर लगाया जाता है। यह उन महिलाओं के लिए बेस्ट है, जिन्हें आई मेकअप करना पसंद होता है। लिक्विड आईशैडो में आपको कई तरह के शैड आसानी से मिल जाएंगे। हालांकि, लिक्विड आईशैडो ज्यादातर लिप ग्लॉस की तरह होते हैं।
क्रीम आईशैडो
इन सभी आईशैडो के अलावा भी एक और आईशैडो है, जिसे क्रीम आईशैडो कहा जाता है। यह आईशैडो जेल की तरह होता है, जिसे छोटे और पतले ब्रश की सहायता से आंखों पर लगाया जाता है। हालांकि, इस आईशैडो को लगाना लिक्विड आईशैडो से थोड़ा आसान है। यह उन महिलाओं के लिए बेस्ट है, जिनकी स्किन ड्राई है या जिन्हें पसीना नहीं आता है। क्योंकि यह आईशैडो ऑयली स्किन पर फैल जाता है।
आईशैडो लगाने का सही तरीका क्या है ?
ऐसा कई बार होता है कि आईशैडो का कलर या उसे लगाने का तरीका सही नहीं होता इसलिए मेहनत से किया मेकअप भी खराब लगता है। तो आप सही तरीके से आईशैडो लगाना सीख लें, आईशैडो लगते समय इन बातों का ध्यान रहके।
- आईशैडो लगाने से पहले आई प्राइमर लगाएं। ऐसा करने से आपका आईशैडो लंबे समय तक टिकता है और फैलता भी नहीं है।
- प्राइमर लगाने के बाद अपनी आंखों की ऊपरी आईलिट्स और निचली आईलिट्स पर कंसीलर लगाएं और फिंगर, ब्रश या स्पंज की मदद से अच्छी तरह ब्लेंड करें।
- इसके बाद फेस पाउडर, लूज पाउडर या फिर ट्रांसलूसेंट सेटिंग पाउडर अप्लाई करें।
सीसी क्रीम
सीसी क्रीम लगाने का क्या फायदा है ?
सीसी क्रीम को कलर करैक्टिंग क्रीम कहा जाता है। यह क्रीम चेहरे की असमान रंगत को एकसान करती है। भरतीयों चेहरे पर अक्सर पैचिस हो जाते हैं। इस वजह से चेहरे की रंगत भी दो तरह की हो जाती है। लेकिन सीसी क्रीम लगाने से चेहरे की रंगत एकसमान हो जाती है। अगर संवेदनशील (Sensitive) स्किन के व्यक्ति हैं, तो बिना डॉक्टरी सलाह के इन उत्पादों का प्रयोग न करें।
सीसी क्रीम लगाने से चेहरे की त्वचा साफ होती है। यह सूर्य की किरणों से होने वाले डैमेज से चेहरे को बचाती है। यह क्रीम लाइट वेट होती है, इसलिए त्वचा में इसका अवशोषण जल्दी हो जाता है। चेहरे की रंगत साफ होती है। हम जानते हैं कि क्रीम लगाने से चेहरा साफ होता है।
सीसी क्रीम लगाने से चेहरे की रंगत तो साफ होती ही है साथ ही यह इंस्टैंट ग्लो भी देती है। तो अगर आप कहीं घूमने जा रहे हैं और मेकअप का बहुत समय नहीं है तो इस क्रीम को लगा कर चेहरे को ग्लोइंग बनाया जा सकता है। यह त्वचा पर आसानी से ब्लेंड हो जाता है इसलिए चेहरे को ग्लो मिलता है।
सीसी क्रीम लगाने से मुहासों की समस्या दूर होती है। यह मुहांसों पर अच्छा काम करती है। जिन लोगों की स्किन ऑयली है, वे इसका प्रयोग कर सकते हैं। सीसी क्रीम ऑयली स्किन वालों के लिए बहुत लाभदायक है। इसे लगाने से चेहरा गोरा होता है। तो वहीं, सीसी क्रीम ड्राईनेस को भी कम करती है। सीसी क्रीम चेहरे पर काले धब्बों को ढक देती है। जिस वजह से पिंपल की समस्या भी नहीं दिखती।
सीसी क्रीम लगाने का सही तरीका क्या है ?
- यदि आप अपनी उंगलियों का इस्तेमाल करते हैं, तो गंदगी, कीटाणुओं और तेल को हटाने के लिए, पहले अपने हाथों को अच्छी तरह से धोना सुनिश्चित करें।
- इसी तरह, अगर आप मेकअप ब्रश का इस्तेमाल करते हैं, तो हर सप्ताह उसे धोये।
हाइलाइटर
हाइलाइटर लगाने का क्या फायदा है ?
हाइलाइटर एक ऐसा ब्यूटी प्रॉडक्ट है, जिसका इस्तेमाल चेहरे को हाइलाइट करने के लिए किया जाता है। हाइलाइटर की मदद से चेहरे के हाइपॉइंट्स चीकबोन्स, फोरहेड, क्यूपिड बो और चिन को निखारा जा सकता है। इन पॉइंट्स पर हाइलाइट लगाने से चेहरे पर खूबसूरत डायमेंशन देखने को मिलता है। हाइलाइटर लगाने से स्किन को बहुत ही आकर्षक कलर बूस्ट मिल सकता है और इसके साथ ही चेहरे के बोन स्ट्रक्चर को भी उभारा जा सकता है | हाइलाइटर लगाने में बहुत कम समय लगता है क्योंकि आपको इसे अपने चेहरे के बहुत छोटे हिस्सों पर ही लगाना होता है | लेकिन फिर भी थोड़े से हाइलाइटर से आपके पूरे चेहरे की खूबसूरती में चार चाँद लग जाते हैं |
हाइलाइटर लगाने का सही तरीका क्या है ?
- आप अपने लिक्विड फाउंडेशन के साथ थोड़ा सा लिक्विड हाइलाइटर मिक्स कर सकते हैं। अब ब्यूटी ब्लेंडर से डबिंग करते हुए इसे चेहरे पर अप्लाई करें।
परफेक्ट ग्लो को पाने के लिए चेहरे के कुछ स्पॉट पर हाइलाइटर लगाएं। इसे उन जगहों पर लगाएं जहां पर रोशनी हिट करे। अपने माथे, अपनी नाक के ब्रिज के नीचे, अपने चीक्स पर और अपनी चिन पर लगाएं। हाइलाइटर को नैचुरल तरीके से अप्लाइ करें। बहुत ज्यादा न लगाएं।
मेकअप में ब्लश का इस्तेमाल हर कोई करता ही है। ऐसे में आप इसके साथ थोड़ा हाइलाइटर लगा सकते हैं। ऐसा करने से आप अच्छे रिजल्ट्स मिलेंगे। इसके लिए बस ब्लश लगाएं जैसा कि आप आमतौर पर करते हैं। फिर, अपने ब्लश पर हाइलाइटर की एक पतली लेयर लगाएं।
- हाइलाइटर चमकदार दिखने वाले फिनिश के लिए जरूरी है। आपको बस अपने मेकअप ब्रश पर थोड़ा सा मिस्ट स्प्रे करना है और फिर इस पर अपनी पसंद के हाइलाइटर को लेना है। फिर इसे अप्लाई करें।
ब्लश
ब्लश लगाने का क्या फायदा है ?
गुलाबी गाल की चाहत हर किसी को होती है और इसके लिए ब्लशर बहुत काम आता है, लेकिन ब्लशर को सही तरीके से न लगाया जाए तो ये आपके चेहरे की खूबसूरती को बिगाड़ सकता है। ब्लशर को हमेशा स्किन कलर और शेप को ध्यान में रखकर ही लगाना चाहिए। ब्लश लगाने का एक सबसे बड़ा लाभ यह होता है कि इससे आपके चेहरे पर एक फ्रेशनेस आती है और चमक भी मिलता है। इतना ही नहीं, इससे आपको एक यूथफुल व यंगर लुक मिलता है। दरअसल, हर किसी के चीकबोन्स नेचुरली किसी मॉडल की तरह खूबसूरत नहीं होते, ऐसे में ब्लश की मदद से आप अपनी चीकबोन्स की ब्यूटी को निखार सकती हैं।
ब्लश लगाने का सही तरीका क्या है ?
जब भी चेहरे पर ब्लश लगाने की बात आती है, तो हमेशा इसे फाउंडेशन के बाद ही चेहरे पर लगाना चाहिए। इससे यह सही तरीके से चेहरे पर सेट हो जाता हैं। ब्लश को सही तरीके से लगाने के लिए आपको ब्लेंडिंग ब्रश की जरूरत होगी। अब ब्लेंडिंग ब्रश पर ब्लश ले कर, इसे सीधे गलों पर मत लगाए। गालों पर लगाने से पहले इसमें जो ज्यादा ब्लश है, उसे अपने हाथ पर डैब करके हटा दें। अब इसे अपने गालों पर लगाएं।
अब ब्रश की सहायता से इसे अच्छे से ब्लेंड करें। ब्लश को हमेशा गोलाई के आकार में प्रयोग करें। कान की तरफ से ब्लश को गोलाकार घुमाते हुए, गालों की तरफ लेकर आए। इससे आपके गाल अच्छे से उभार लिए हुए नजर आएगे। ब्लश को हमेशा ब्लेंड बहुत ही अच्छे से करें।
- जरूरत से ज्यादा ब्लश का प्रयोग न करें। यह मेकअप खराब भी कर सकता है।
- हमेशा अच्छे से ब्रश का प्रयोग करें। तभी ब्लश सही तरीके से ब्लेंड होगा।
- ब्लश के बाद अपने गालों पर हाइलाइटर का उपयोग जरूर करें।
आईलाइनर
आईलाइनर लगाने का क्या फायदा है ?
आई लाइनर लगाने से आंखों की खूबसूरती कई गुना बढ़ जाती है। आंखों को और ज्यादा डेफिनेशन देने का एक आसान तरीका आई लाइनर (Benefit and side effect of Eyeliner in hindi) लगाना है। अगर आप सही तरीके से आई लाइनर लगाती हैं, तो इससे आपकी आंखों को अलग ही डेफिनेशन मिलती है और आपको आईशैडो का भी इस्तेमाल करने की जरूरत नहीं पड़ती है।
आईलाइनर अलग – अलग प्रकार के आते है, जैसे –
लिक्विड लाइनर
पेंसिल लाइनर के अलावा, आप लिक्विड लाइनर भी खरीद सकती हैं। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि यह एक ऐसा आई प्रोडक्ट है, जो लिक्विड फॉर्म यानि गिला होता है। इसे ब्रश की सहायता से आंखों पर लगाया जाता है। यह उन महिलाओं के लिए बेस्ट है, जिन्हें विंगड लाइनर लगाना पसंद होता है। लिक्विड लाइनर में वॉटरप्रूफ और नॉट वॉटरप्रूफ लाइनर आसानी से मिल जाएंगे। अगर आपको लाइनर पूरे दिन चलाना है, तो आपके लिए वॉटरप्रूफ लाइनर बेस्ट है।
फेल्ट टिप लाइनर
फेल्ट टिप लाइनर एक ऐसा आई प्रोडक्ट है, जो बिल्कुल मार्कर पेन की तरह दिखता है। यह लाइनर अन्य लाइनर के मुकाबले थोड़ा जल्दी सूख जाता है। यह उन महिलाओं के लिए बेस्ट है, विंग लाइनर लगाना पसंद करती हैं। अगर आप जल्दी में हैं, तो यह लाइनर आंखों पर अप्लाई कर सकती हैं।
पेंसिल आईलाइनर
पेंसिल या काजल लाइनर बेसिक आईलाइनर है, जिसे आप रोज जाना में आसानी से लगा सकती हैं। यह एक ऐसा ब्यूटी प्रोडक्ट है, जो पेंसिल की तरह दिखता है। साथ ही, इसे पेंसिल की तरह शार्प भी किया जाता है। यह उन महिलाओं के लिए बेस्ट है, जिन्हें लाइनर लगाना नहीं आता है। अगर आप बिगिनर्स हैं, तो आप पेंसिल लाइनर का इस्तेमाल कर सकती हैं।
जेल लाइनर
यह लाइनर जेल और काजल की तरह होता है, जिसे छोटे और पतले ब्रश की सहायता से आंखों पर लगाया जाता है। हालांकि, इस लाइन को लगाना लिक्विड लाइनर से थोड़ा आसान है। यह उन महिलाओं के लिए बेस्ट है, जिनकी स्किन ड्राई है या जिन्हें पसीना नहीं आता है। क्योंकि यह लाइनर ऑयली स्किन पर फैल जाता है।
आईलाइनर लगाने का सही तरीका क्या है ?
परफेक्ट आईलाइनर लगाने के लिए आंख के बाहरी कोने से अंदरूनी कोने में एक लाइन खींचें। आंखों के किनारों के बाहरी हिस्से में थोड़ी मोटी रेखा खींचें और अंदर की तरफ इसे पतला रखें। अगर आपको थिक लाइनर पसंद है तो मोटी रेखा खींचें।
अगर आपको मस्कारा (Mascara) लगाना है तो आईलाइनर के बाद ही उसे अप्लाई करें। इस बात का भी ध्यान रखें कि आईलाइनर हमेशा आंखें खोल कर ही लगाएं क्योंकि आंखों को बंद कर लेने से आईलाइनर फैलने की आशंका बढ़ जाती है।
अपनी छोटी आंखों को बड़ा दिखाने के लिए आंखों के निचले और ऊपरी हिस्से पर आईलाइनर की दोनों रेखाओं को आपस में जोड़ दें। वॉटरलाइंस के किनारे पर कोल का इस्तेमाल न करें क्योंकि यह आपकी आंखों को छोटा दिखाएगा। आप सफेद या बेज (Beige Color) रंग की आईलाइनर पेंसिल का इस्तेमाल वॉटरलाइन पर कर सकती हैं, जिससे आपकी आंखें बड़ी दिखेंगी।
मस्कारा
मस्कारा लगाने का क्या फायदा है ?
एक ब्रश तो वह होता है जो पलकों को घना लुक देता है, तो वहीं दूसरा ब्रश एचडी लैशेज वाला होता है। कहीं मेकअप फैल न जाए या काजल खराब न हो जाए इसलिए लड़कियां वॉटरप्रूफ मस्कारा खरीदती हैं, लेकिन यह ध्यान रखने की जरूरत है कि अगर आप रोजाना मस्कारा इस्तेमाल करती हैं तो फिर वह वॉटरप्रूफ नहीं होना चाहिए। चेहरे की खूबसूरती को उभारने और निखारने में मेकअप की अहम भूमिका होती है। खासतौर पर आंखों के मेकअप पर पूरे चेहरे की सुंदरता निर्भर करती है। आंखों में लगा काजल, कंडिशनिंग की गई बड़ी बड़ी पलकें और ड्रेस के हिसाब से चुना गया आई शैडो, डेली या पार्टी लुक में चार चांद लगा सकता है। आंखों की खूबसूरती बढ़ाने के लिए मेकअप में मस्कारा का इस्तेमाल भी प्रभावी माना जाता है।
मस्कारा लगाने का सही तरीका क्या है ?
अगर आप रोज अपनी पलकों पर मस्कारा लगाती है तो पलकों को अच्छे से नॉरिश्ड करना जरुरी होता है। आप पलकों को मॉइश्चराइड करने के लिए नारियल तेल और कैस्टर ऑयल का इस्तेमाल कर सकती हैं। नारियल तेल का इस्तेमाल करने से पलकों पर एक प्रोटेक्टिव लेयर बन जाती है जिससे मस्कारा लगाने से किसी भी तरह का नुकसान नहीं होता हैं। मस्कारा आंखों के मेकअप को पूरा करने के बाद लगाया जाता है, अगर इसे लगाने में थोड़ी भी चूक हो जाए तो आपकी आंखें काली हो जाती है और आपका पूरा मेकअप बेकार दिखता है। आंखों पर मस्कारा लगाने से पहले आंखों पर प्राइमर लगाएं, उसके बाद आई शौडो का इस्तेमाल करें और फिर आई लाइनर लगाएं।
- आंखों में पानी कभी भी आ सकता है। पसीना भी मस्कारा खराब कर सकता है, इसलिए ऐसा मस्कारा खरीदें, जो आपको सूट करे और वाटरप्रूफ भी हो। हां, अगर रोज मस्कारा लगाना, तो वाटरप्रूफ मस्कारा न लगाएं, इससे पलकें खराब जो सकती हैं।
- आमतौर पर मस्कारे के साथ मस्कारा ब्रश भी आता है। इस ब्रश पर मस्कारा लें। ध्यान रहे, अगर ब्रश पर मस्कारा ज्यादा आ जाए, तो इसे मस्कारे की शीशी के ऊपरी भाग पर निकाल दें।
- अब मस्कारा ब्रश से ऊपरी पलक पर जड़ों से सिरों की ओर मस्कारा लगाएं। पलकों की जड़ों में मस्कारा ज्यादा हो और सिरों पर बेहद कम। इससे आपकी पलकों के बाल मोटे और अलग अलग दिखाई देंगे।
- नीचे वाली पलकों पर भी ब्रश की मदद से मस्कारा लगाएं। जड़ों से सिरों तक बिलकुल ध्यान से मस्कारा लगाएं। नीचे की पलकें छोटी होती हैं, इसलिए इन पर मस्कारा लगाने के लिए ब्रश के अगले भाग का इस्तेमाल करें, जहां ब्रश के रेशे छोटे और बारीक होते हैं।
- पलकों को ज्यादा काला दिखाने के लिए आप मस्कारे का दूसरा कोट भी लगा सकते हैं।
लैशेज
लैशेज लगाने का क्या फायदा है ?
आंखों को खूबसूरत दिखाने में लैशेज का एक अहम् रोल होता है। आमतौर पर महिलाएं अपनी लैशेज को घना दिखाने के लिए मस्कारे का सहारा लेती हैं। लेकिन कुछ महिलाएं ऐसी भी होती हैं, जिन्हें मस्कारा लगाने के बाद भी वह लुक नहीं मिलता, जो उन्हें चाहिए होता है। ऐसे में उन्हें आईलैश एक्सटेंशन एक बेहतर उपाय लगता है। दरअसल, यह एक सेमी परमानेंट लैशेज होते हैं, जिन्हें नेचुरल लैशेज के साथ लगाया जाता है। इसके बाद आपकी लैशेज बेहद घनी और ब्यूटीफुल नजर आती हैं। वैसे तो अब तक महिलाएं नकली लैशेज का इस्तेमाल करके अपनी लैशेज को घना दिखाती थीं, लेकिन इन दिनों इससे भी एक कदम आगे आईलैश एक्सटेंशन का सहारा लिया जाने लगा है। यह कई मामलों में काफी अच्छा माना जाता है। इससे आपको लंबी व घनी लैशेज मिलती हैं और हर बार मेकअप में लगने वाला समय भी कम लगता है, क्योंकि आपको बार-बार मस्कारा लगाने की जरूरत नहीं पड़ती।
लैशेज लगाने का सही तरीका क्या है ?
आइलैशेज लगाना, अपनी नॉर्मल स्टाइल में थोड़ा सा बदलाव लाने का और अपनी आँखों की तरफ ज्यादा अटेन्शन खींचकर लाने का एक मजेदार, आसान तरीका होता है। हालांकि इसे करना सीखने में आपको कई बार कोशिश करके देखना पड़ेगी, लेकिन नकली आइलैशेज लगाना बहुत आसान है और एक बार आपको इन्हें लगाने का सही तरीका समझ आ जाए, फिर इसे करने में केवल कुछ ही मिनट का समय लगता है।
- अगर लैशेज आपकी पर्सनल चॉइस के अनुसार, बहुत लंबी हैं, तो फिर एक नेचुरल लुक पाने के लिए दोनों लैशेज को ट्रिम कर लें। लैशेज को अपनी आँखों के बाहरी कोने की तरफ लंबा होना चाहिए।
- आप आपके नॉन-डोमिनेंट (गैर-प्रमुख) हाथ से लैश ग्लू को दबाकर उसकी एक पतली लाइन भी बना सकती हैं। फिर, आइलैश स्ट्रिप की बाहरी किनार को उसके ऊपर से चला सकती हैं।
- स्ट्रिप जब अपनी जगह पर पहुँच जाए, फिर आपको उसे दबाने या फिर पकड़कर रखने की जरूरत नहीं होगी।
- ये आपकी नेचुरल लैश को नकली लैश के साथ ब्लेन्ड करने में मदद करेगा, जिससे एक और भी नेचुरल लुक मिलेगा। आप एक ब्लैक, ब्राउन या डार्क ग्रे मस्कारा इस्तेमाल कर सकती हैं।
- अपने लुक को ज्यादा नेचुरल बनाने के लिए, नकली लैश और अपनी असली लैश के बीच में मौजूद किसी भी गैप को भरना न भूलें। ब्लैक, ब्राउन या डार्क ग्रे लाइनर का इस्तेमाल करें।
- आइ मेकअप रिमूवर में एक क्यू टिप (q tip) भिगोएँ और आराम से उससे अपनी लैश लाइन के ऊपर रगड़ें। रिमूवर को एक मिनट के लिए लगा रहने दें और फिर आराम से स्ट्रिप को खींच लें।
काजल
काजल लगाने का क्या फायदा है ?
काजल का इस्तेमाल हर महिला अपनी आंखों को आकर्षित बनाने के लिए करती है। काजल को कोहल (Kohl) भी कहा जाता है। काजल एक प्रकार का मुलायम और क्रीमी उत्पाद है, जिसके उपयोग से आपकी आंखों में चमक आ जाती है। काजल न सिर्फ मेकअप के लिए जरूरी है, बल्कि इसमें चिकित्सीय गुण भी मौजूद होते हैं। काजल लगाने से आपकी आंखों को काफी आराम पहुंचता है, सोइ हुई आंखें एकदम फ्रेश हो जाती हैं और साथ ही वे सूरज की तेज किरणों से भी सुरक्षित रहती हैं। महिलाएं काजल का उपयोग अपनी आंखों की खूबसूरती बढ़ाने के लिए करती हैं। यह महिलाओं की ब्यूटी का एक अहम हिस्सा है, जिसे लगाने पर आंखें सुंदर और बड़ी दिखाई देने लगती हैं। कुल मिलाकर काजल आपकी सुंदरता को निखारने के साथ ही आपको आंखों से जुड़ी समस्या से छुटकारा दिलाने के लिए भी बहुत अच्छा माना जाता है।
काजल लगाने का सही तरीका क्या है ?
- काजल लगाने से पहले अपनी आंखों को साफ कर लें। आपका काजल आंखों पर सही ढंग से दिखे, इसके लिए आंखों के नीचे पड़े काले घेरे को कवर करें। आप इन्हें कवर करने के लिए अपना फाउंडेशन, कंसीलर उंगली से ब्रश से जैसे आपको ठीक लगे लगाएं। जब आपके काले घेरे छुप जाएंगे, तो आंखों पर काजल अच्छे से दिखेगा।
- आंखों के नीचे वाली वॉटरलाइन पर हल्का हल्का काजल लगाएं और आपकी आंखों के कोने से उसे डार्क करना शुरू करें। अगर आपकी आंखें छोटी हैं, तो इसका ध्यान रखें कि आंखों के इनर कॉर्नर पर काजल न लगाएं। थोड़ा पीछें से शुरू करने पर आंखें बड़ी दिखेंगी।
- अगर आप चाहती हैं कि आपका काजल लंबे समय तक आंखों पर लगे रहे, तो इसके लिए काजल की दूसरी लेयर भी लगाएं। पहले जैसे ही इनर कॉर्नर से अच्छी तरह काजल लगाएं। वहीं अगर आंखों को बड़ा दिखाने के लिए आंखों के बाहरी हस्से पर काजल का एकदम हल्का कोट लगाएं।
ब्रोंज़र
ब्रोंज़र लगाने का क्या फायदा है ?
मेकअप के दौरान ब्रोंज़र का इस्तमाल काफी ज़रूरी होता है। इसका इस्तमाल कंटूरिंग के लिए होता है। हाइलाइटिंग और कंटूरिंग साथ साथ की जाती है। हाइलाइटिंग से आपके चेहरे के अच्छे भाग उभरकर बहार आते हैं और जिस भाग को आप उभारना नहीं चाहते उनपर हल्के रंगों का इस्तमाल किया जाता है। कंटूरिंग इसका उल्टा होता है। ब्रोजर लगाने से पहले हल्का मेकअप कराना चाहिये। क्योंकि ब्रोंजर से मेकअप और भी ज्यादा ब्राइट हो जाता है।
ब्रोंज़र लगाने का सही तरीका क्या है ?
- गुनगुने पानी और क्लींजर का यूज करते हुए अपने चेहरे को धोएँ एक ऐसा क्लींजर ले आएँ, जो आपके स्किन टाइप के लिए बेस्ट काम करता हो, गुनगुने पानी से एक लैदर बनाएँ और अपनी उँगलियों का इस्तेमाल करते हुए उसे एक सर्कुलर मोशन में अपने चेहरे पर मसाज करें। अपने चेहरे को धो लें और फिर उसे एक क्लीन वॉशक्लॉथ से थपथपा कर सुखा लें।
- अपना चेहरा धोने के बाद, अब अपनी स्किन को हाइड्रेट और मॉइस्चराइज़ लगाए। एक SPF के साथ अच्छा मॉइस्चराइज़र लगाएँ और एक आइ क्रीम भी लगा लें।
- कंसीलर लगाएँ ब्रोंजर लगाने से पहले, आपका एक ईवन बेस तैयार करना बहुत जरूरी होता है और वो कंसीलर के साथ में शुरू होता है। एक ऐसा कंसीलर चुनें, जो आपके कॉम्प्लेक्सन के ऊपर सही ब्लेन्ड होता हो। इसे उन एरिया पर फाउंडेशन के ऊपर लगाएँ, जिन्हें एक्सट्रा कवरेज की जरूरत है।
- कंसीलर लगाने के बाद, अपने पूरे चेहरे पर लिक्विड फाउंडेशन का एक ईवन कोट लगा लें। ये आपके कॉम्प्लेक्सन को स्मूद करेगा और आपकी कंटूरिंग के लिए एक ब्लैंक कैनवास तैयार होगा।आप एक मेकअप स्पंज से, एक मेकअप ब्रश से या फिर अपनी उँगलियों (फिंगरटिप्स) से फाउंडेशन लगा सकती हैं।
कॉम्पैक्ट
कॉम्पैक्ट लगाने का क्या फायदा है ?
कॉम्पैक्ट पाउडर आपकी स्किन को कवरेज देता है। यह आपके चेहरे की खामियों को छिपाने में मदद करता है और आपकी स्किन की रंगत को अधिक खूबसूरत बनाता है। कॉम्पैक्ट पाउडर लगाने के बाद यह आपकी स्किन को एक फ्लॉलेस लुक देता है। कॉम्पैक्ट पाउडर आपको ईवन स्किन टोन देता है। अगर आप अपने मेकअप को मिनिमल रखना चाहती हैं या फिर स्किन टोन को ईवन करना चाहती हैं तो केवल थोड़े से कॉम्पैक्ट पाउडर को अपनी स्किन पर डैब करें। वहीं दूसरी ओर अगर आप हैवी मेकअप कर रही हैं तो भी आप अपनी स्किन को लेयर करने के लिए इसका इस्तेमाल कर सकती हैं। कॉम्पैक्ट पाउडर का इस्तेमाल करने से आपकी स्किन अधिक सॉफ्ट और स्मूथ लगती है।
कई बार अपना मेकअप करते वक्त हम बहुत सी गलतियां कर देते हैं, जैसे बहुत ज्यादा ब्लश लगा लेना या फिर ऐसे फाउंडेशन का इस्तेमाल करना जो हमारी स्किन टोन को मैच नहीं करता। ऐसे में थोड़ा सा कॉम्पैक्ट पाउडर लगाने से आप करेक्शन कर सकती हैं और अपने मेकअप को ठीक कर सकती हैं। आपका मेकअप अधिक वक्त तक टिका रहे तो आपको कॉम्पैक्ट पाउडर का इस्तेमाल करना चाहिए। ये आपके द्वारा इस्तेमाल किए गए सभी प्रोडक्ट्स को सेट करता है और बेस को हिलने से रोकता है। कॉम्पैक्ट पाउडर आपके मेकअप को अधिक वक्त तक टिकाए रखता है। इसका मतलब है कि आपको अपने मेकअप को बार बार सेट करने या री टच करने की जरूरत नहीं है।
कॉम्पैक्ट लगाने का सही तरीका क्या है ?
- अगर आपके चेहरे पर किसी भी तरह के दाग-धब्बे या पिंपल्स नहीं तो आप सिर्फ कॉम्पैक्ट पाउडर का इस्तेमाल करें। ऐसे चेहरे पर कंसीलर लगाने के बाद फाउंडेशन अप्लाई न करें सिर्फ कॉम्पैक्ट लगाएं।
चेहरे पर ज्यादा दाग-धब्बे होने पर फाउंडेशन का इस्तेमाल करें। यह आपके चेहरे को फुल कवरेज देता है और इससे आपको फ्लॉलेस लुक भी मिलता है। इसलिए चेहरे को फुल कवरेज देने के लिए फाउंडेशन का इस्तेमाल करें।
ड्राई स्किन पर कॉम्पैक्ट पाउडर का इस्तेमाल करने से बचें। ड्राई स्किन पर कॉम्पैक्ट पाउडर लगाने से चेहरे पर लाइन्स दिखने लगती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि कॉम्पैक्ट पाउडर चेहरे के ऑयल को अब्जॉर्ब करने में मदद करता है। ड्राई स्किन पर सिर्फ लिक्विड फाउंडेशन का इस्तेमाल करना सही होता है।